कब है आषाढ़ माह का अंतिम प्रदोष व्रत, जानें इसकी तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Shani Pradosh Vrat 2023: प्रत्येक माह के त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। तो आइये आषाढ़ माह का अंतिम प्रदोष व्रत के बारे में जानते हैं।;

Update: 2023-06-23 12:09 GMT

Shani Pradosh Vrat 2023: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हर मास के त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। इस तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत ही विशेष महत्व होता है। इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो भी जातक इस दिन भगवान शिव के लिए उपासना करते हैं, उनकी सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इसके साथ ही जीवन में आ रही सभी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति भी होती है। इस माह का यानि आषाढ़ माह का अंतिम प्रदोष व्रत जुलाई माह के प्रथम दिन रखा जाएगा। इस दिन प्रदोष व्रत के साथ शनि प्रदोष व्रत भी होगा। ऐसे में भगवान शिव के साथ शनि देव की भी उपासना की जाती है। इसका अपना अलग ही महत्व होता है।

ये भी पढ़ें- Pradosh Vrat 2023: कब हैं आषाढ़ प्रदोष व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और महत्वपूर्ण तिथि

जानें कब है आषाढ़ माह में शनि प्रदोष व्रत 2023

पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 1 जुलाई 2023 रात्रि 1 बजकर 16 मिनट पर होगा। इसके साथ ही इस तिथि का समापन 1 मध्य रात्रि 11 बजकर 7 मिनट पर होगा। ऐसे में शनि प्रदोष व्रत 1 जुलाई 2023 दिन शनिवार को ही रखा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनिवार के दिन पड़ने के कारण प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। इस व्रत की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 23 मिनट से रात्रि 9 बजकर 24 मिनट के बीच किया जा जाएगा।

ये भी पढ़ें- अगले महीने से बंद हो जाएगा शादी-विवाह जैसे अन्य मांगलिक कार्य, जानें दोबारा कब होगी शुरू

क्या है शनि प्रदोष व्रत का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव, शनिदेव और भगवान हनुमान जी की उपासना की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान हनुमान शिव के ही अंश माने जाते हैं। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। ऐसी मान्यता है कि जो जातक इस दिन पूजा पाठ करता है उसके जीवन से सारी समस्याएं खत्म हो जाती हैं। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि भी आती है। 

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Tags:    

Similar News