Solar Eclipse 2020: गर्भवती महिलाओं पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव
Solar eclipse 2020: गर्भवती महिला ज्यादा टेंशन में है, क्योंकि उनको पता है कि जून को सूर्यग्रहण लगने जा रहा है और उसका प्रभाव उनके ऊपर अच्छा नहीं पड़ेगा। वो चाहती है कि ग्रहण का प्रभाव गर्भ में नहीं पड़े, इसलिए उन्होंने पहले से ही सावधानियां बरतना शुरू कर दी है। ज्योतिषियों के अनुसार इस ग्रहण का मिथुन राशि के जातकों पर प्रभाव पड़ेगा।;
Solar eclipse 2020: गर्भवती महिला ज्यादा टेंशन में है, क्योंकि उनको पता है कि जून को सूर्यग्रहण लगने जा रहा है और उसका प्रभाव उनके ऊपर अच्छा नहीं पड़ेगा। वो चाहती है कि ग्रहण का प्रभाव गर्भ में नहीं पड़े, इसलिए उन्होंने पहले से ही सावधानियां बरतना शुरू कर दी है। ज्योतिषियों के अनुसार इस ग्रहण का मिथुन राशि के जातकों पर प्रभाव पड़ेगा। 21 जून को लगने वाले ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले ही लग जाएगा। इसका सूतक 20 जून की रात 9 बजकर 15 मिनट से शुरू हो जाएगा। इस ग्रहण को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है खासकर गर्भवती महिला के लिए, क्योंकि यह लम्बे समय का सूर्यग्रहण है, इसलिए आपको अपना खास ख्याल रखना ही पड़ेगा। 21 जून की सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर 3 बजकर 3 मिनट तक ग्रहण का प्रभाव रहेगा। दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर ग्रहण अपने चरम प्रभाव पर होगा। यह ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देखा, इसके अलवा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, अरब देशों के साथ यूरोप के कुछ भागों में दिखाई देगा। यह ग्रहण 5 घंटे 48 मिनट का रहेगा।
सूतककाल क्या होता है।
सूर्यग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतककाल लगता है। प्राचीन ग्रंथों में मान्यता है कि ग्रहण से पूर्व लगने वाले सूतककाल में कोई भी धार्मिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस दौरान मंदिर के कपाट भी बंद हो जाते हैं और इस दौरान अग्नि कर्म भी नहीं किए जाते हैं। ऐसा करने से अग्निदेव नाराज हो जाते हैं। सूतक काल में घर से नहीं निकलना चाहिए। जिस दिन से सूतक काल आरंभ हो होता है उस दिन बार नहीं निकलना चाहिए। खासकर गर्भवती महिला को इसका पालन करना ही चाहिए। इसका कारण यह है कि ग्रहण के समय सूर्य पीडित हो जाता है। ग्रहण के समय कई प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है और वायु मंडल में फैल जाती है। जो गर्भवती महिला के गर्भ पर बुरा प्रभाव डालती है। इसलिए इस ऊर्जा से बचना चाहिए। क्योंकि यह ऊर्जा मनुष्य की सेहत पर काफी प्रभाव ड़ालता है। खासकर गर्भवती महिला का शरीर वैसे ही कमजोर होता है। इसलिए ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
गर्भवती महिला को दोपहर के बाद स्नान जरूर करने चाहिए और ग्रहण के समय भोजन नहीं बनाना चाहिए और नहीं भोजन करना चाहिए। गर्भवती महिला को इस दौरान खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।