सावन के दूसरे सोमवार को है हरियाली या सोमवती अमावस्या, जानें शुभ मुहूर्त और स्नान का समय

सावन का दूसरा सोमवार कल यानी 17 जुलाई 2023 को है। इस दिन हरियाली अमावस्या और सोमवती अमावस्या दोनों पड़ रहे हैं। अमावस्या के दिन भगवान शिव जी की पूजा करने का विशेष लाभ होता है। तो आइये जानते हैं सोमवती अमावस्या के दिन दान-स्नान और शुभ मुहूर्त के बारे में...;

Update: 2023-07-16 09:51 GMT

Somvati/Hariyali Amavasya 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का दूसरा सोमवार (sawan ka dusra somwar) कल यानी 17 जुलाई 2023 को हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya) या सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2023) को साथ लेकर आ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस साल सावन (Sawan) का दूसरा सोमवार बहुत ही खास माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि जो जातक इस अद्भुत संयोग में उपवास और विधि-विधान से पूजा अर्चना करता है, उसके जीवन की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती है। ज्योतिषियों की मानें, तो सोमवार के दिन शिवजी की पूजा करते समय शिव मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra) का जप करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही आर्थिक और पारिवारिक समस्याएं भी दूर हो जाती है। अगर आप पर कोई बाधा या किसी प्रकार के कष्ट हैं तो आप अमावस्या के दिन शिवजी की पूजा प्रदोष काल में कर सकते हैं। आइए जानते हैं हरियाली अमावस्या, सोमवती अमावस्या का क्या   महत्व है...

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सोमवती अमावस्या या हरियाली अमावस्या का महत्व

सावन की अमावस्या तिथि को सोमवती अमावस्या या हरियाली अमावस्या कहते हैं। क्योंकि इस मौसम में चारों ओर हरियाली होती है इसलिए इस अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन की अमावस्या के दिन दान, स्नान और ध्यान का विशेष महत्व माना गया है। इसके साथ ही इस दिन अलग-अलग तरह के पेड़-पौधे भी लगाए जाते हैं। कहा जाता है कि इस दिन पेड़ पौधा लगाने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ ही सम्पन्नता और समृद्धि की भी प्राप्ति होती है।

सोमवती अमावस्या या हरियाली अमावस्या पर दान, स्नान का शुभ मुहूर्त

सोमवती अमावस्या सोमवार को यानी 17 जुलाई 2023 को पड़ रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन दान-स्नान का पहला शुभ मुहूर्त प्रात काल 5 बजकर 7 मिनट से सुबह 7 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। वहीं दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह के 9 बजे से लेकर 10 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।

क्या है इसका नियम

सोमवती अमावस्या या हरियाली अमावस्या के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र जरूर अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही इस दिन कोई पौधा भी अवश्य लगानी चाहिए।

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Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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