नवरात्रि व्रत : किन महिलाओं के लिए वर्जित है नवरात्रि व्रत, आप भी जानें
नवरात्रि का पर्व हिन्दुओं का एक प्रमुख विशेष पर्व है। नवरात्रि शब्द संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ होता है, नव अर्थात नौ और रात्रि अर्थात रातें यानि नौ रातें। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जिसे पूरे भारत में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जाने हैं कि कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं जो इस व्रत को ना रखें तो अच्छा है।;
नवरात्रि का पर्व हिन्दुओं का एक प्रमुख विशेष पर्व है। नवरात्रि शब्द संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ होता है, नव अर्थात नौ और रात्रि अर्थात रातें यानि नौ रातें। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि एक महत्वपूर्ण त्यौहार है जिसे पूरे भारत में विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जाने हैं कि कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं जो इस व्रत को ना रखें तो अच्छा है।
मान्यताओं के अनुसार कुछ महिलाओं को नवरात्रि के व्रत से हमेशा दूर रहना चाहिए। नहीं तो मातारानी आपसे से क्रोधित हो सकती हैं। और आपके या आपके परिवार के साथ कुछ बुरा हो सकता है। आपका पति किसी संकट में आ सकता है। इसलिए चाहे कुछ भी हो जाए, परन्तु इन महिलाओं को मातारानी का व्रत नहीं रखना चाहिए। इसलिए आपको व्रत करने से पहले यह जान लेना चाहिए कि आप उन महिलाओं में से तो नहीं हैं, जिन्हें नवरात्रि का व्रत, अर्थात माता रानी का व्रत नहीं रखना चाहिए। तो आइए जानते हैं इन महिलाओं के बारे में जिन्हें मातारानी का व्रत नहीं करना चाहिए।
1. तलाकशुदा महिला
शास्त्रों के अनुसार तलाकशुदा महिला या पुरूष नवरात्रि का व्रत ना रखें। क्योंकि मातारानी टूटे हुए जोड़े को स्वीकार नहीं करती हैं। क्योंकि शादी जीवनभर का बंधन होता है। टूटे हुए जोड़े का व्रत रखना, पूजा पाठ करना शुभ नहीं माना जाता है। बल्कि मातारानी तब प्रसन्न होती हैं, जब आप बंधन में हों। खासतौर से पति-पत्नी अगर व्रत रखें तो मातारानी सबसे अधिक प्रसन्न होती हैं। इसलिए पति-पत्नी दोनों को मिलकर ही पूजा-पाठ करनी चाहिए। ना कि अलग-अलग पूजा-पाठ करनी चाहिए।
2. वैश्या
एक वैश्या महिला को भी नवरात्रि का व्रत नहीं करना चाहिए। और ऐसी महिलाओं को कभी करवा चौथ का व्रत भी नहीं रखना चाहिए। शरीर की पवित्रता जब व्यक्ति की खत्म हो जाती है। तब वह मैला ही नहीं बल्कि पापी भी कहलाता है। इसलिए ऐसी महिलाओें की पूजा कभी सफल नहीं हो सकती है। और ये व्रत ऐसी महिलाएं कभी ना रखें।
3. घातक बीमारी से पीड़ित
अगर आपको कोर्इ घातक बीमारी है तो आप इस व्रत को ना रखें। जैसे कि आपको शुगर की बीमारी है तो भी आप नवरात्रि का व्रत ना रखें। अगर आपको दिल की बीमारी, शरीर में कमजोरी है, चक्कर आने की प्रॉब्लम, बीपी, दर्द, आदि की बीमारी है तो आप नवरात्रि का व्रत ना करें। नहीं तो आपके साथ कुछ भी हो सकता है। इसलिए ऐसी महिलाओं को सावधान रहना चाहिए।
4.दिखावा करने वाली महिलाएं
अगर आप किसी भी व्रत को दिखावे के तौर पर अपनाते हैं तो शास्त्रों के अनुसार ऐसे लोग घोर पाप के भागी होते हैं। ऐसा करने से आप देवताओं का मजाक ही नहीं उड़ाते बल्कि आप पाप के भागीदार भी बनते हैं। माता दुर्गा ऐसे लोगों से कभी प्रसन्न नहीं होती हैं। बल्कि माता ऐसे लोगों को बर्बाद कर देती हैं। देवता तभी प्रसन्न होते हैं, जब आप सच्चे दिल से उन्हें पूजते हैं। और शास्त्रों का अनुशरण करें।
5.गाली देने वाले लोग
अगर आपको बार-बार गाली देने की आदत है, तो आप जितना जल्दी हो सके अपनी इस आदत को छोड़ दें। अगर मातारानी को प्रसन्न करना है, और व्रत व पूजा-पाठ करना है। तो जुबान से मीठे बोल ही बोलें। अधिक और ज्यादा कड़वे बोल बोलने से माता सरस्वती का अपमान होता है। और आप भी पाप के भागीदार बनते हैं।
इसलिए अगर आप चाहते हैं कि मातारानी आपके घर में अपना स्थान बना लें तो माता रानी की श्रद्धा-भाव से पूजा करें। और निश्छल भावना से मातारानी का व्रत रखें।