Vastu Tips: देवी-देवताओं को घी का दीपक जलाएं या तेल का, आओ दूर करें अपनी उलझन
Vastu Tips: नवरात्रि का पर्व आज नवमी तिथि पर पूर्ण हो जाएगा और वहीं कल दशमी तिथि पर लोग नवरात्रि व्रत का पारण करेंगे। वहीं अनेक लोग नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाते हैं तो वहीं कुछ लोग सामान्य ज्योत जलाते हैं। वहीं दीपक जलाने को लेकर कई प्रकार की लोगों में धारणाएं रहती हैं।;
Vastu Tips: नवरात्रि का पर्व आज नवमी तिथि पर पूर्ण हो जाएगा और वहीं कल दशमी तिथि पर लोग नवरात्रि व्रत का पारण करेंगे। वहीं अनेक लोग नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाते हैं तो वहीं कुछ लोग सामान्य ज्योत जलाते हैं। वहीं दीपक जलाने को लेकर कई प्रकार की लोगों में धारणाएं रहती हैं। कुछ लोग घी का दीपक जलाते है तो वहीं कुछ लोग तिल के तेल का दीपक तो कुछ लोग कड़वे तेल का दीपक जलाते हैं। परन्तु लोगों को इस बात का सहीं ज्ञान नहीं होता है कि, कौन सा दीपक किस कामना की पूर्ति के लिए और क्यों जलाया जाता है और कौनसा दीपक देवी देवताओं के किस तरफ रखना चाहिए। तो आइए जानते हैं दीपक जलाने के बारे में...
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मान्यताओं के अनुसार, देवी देवताओं के लिए दो तरह के दीपक जलाने की परंपरा है। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, घी का दीपक देवताओं के दाहिनी ओर अर्थात अपने बायें हाथ की तरफ रखें और वहीं तिल के तेल से जलने वाला दीपक देवताओं की प्रतिमा के बायें हाथ अर्थात अपने दाहिने हाथ की जलाकर रखें।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, घी के दीपक में सफ़ेद और खड़ी बत्ती लगाकर रखी चाहिए जबकि तिल के तेल में आप कलावे या अन्य किसी चीज की लाल रंग की और उसमें लेटी हुई बत्ती भी रख सकते हैं।
शास्त्रों की मानें तो घी का दीपक देवताओं के लिए समर्पित किया जाता है और वहीं तिल के तेल का दीपक मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए जलाया जाता है।
शास्त्रों की मानें तो आप एक साथ दोनों प्रकार के दीपक भी जला सकते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, घर में दीपक जलाने से घर में वास्तु का अग्नि तत्व मजबूत होता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।