Guru Gochar Makar Rashi 2020 : गुरु का मकर राशि में गोचर, अशुभ प्रभावों से बचने के लिए राशि के अनुसार करें ये उपाय
Guru Gochar Makar Rashi 2020 : गुरु का गोचर मकर राशि में होने के शुभ कार्यों में कई प्रकार के विघ्न पड़ सकते हैं तो वहीं कुछ राशियों के जातको को इसका बहुत ही अशुभ फल प्राप्त हो सकता है, ऐसे में आपको अपनी राशि के अनुसार गुरु के उपाय अवश्य कर लेने चाहिए तो चलिए जानते हैं गुरु का मकर राशि में गोचर करने पर सभी 12 राशियों के लिए उपाय आइए जानते हैं..;
Guru Gochar Makar Rashi 2020 : गुरु को ग्रहों में सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार गुरु की जिस भी भाव पर दृष्टि पड़ती है। जातक को उस भाव के शुभ फलों की प्राप्ति होती है। देव गुरु बृहस्तपति इस साल 2020 में अपनी नीच राशि मकर में होने जा रहा है। गुरु का यह गोचर सोमवार को सुबह 6 बजे होने जा रहा है जिसका सभी राशियों पर अलग- अलग प्रभाव पड़ेगा। लेकिन यदि आप गुरु के कुछ उपाय करते हैं तो आपको गुरु के नकारात्मक परिणाम नहीं भुगतने पड़ेंगे। गुरु का मकर राशि में गोचर करने पर सभी 12 राशियों के लिए उपाय आइए जानते हैं..
गुरु गोचर मेष राशि के उपाय (Guru Gochar Mesh Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर मेष राशि के जातकों के लिए दशम भाव मेें होने जा रहा है। जिसकी वजह से आपको इस समय में अपने कार्यक्षेत्र में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस समय में आपका ट्रासंफर भी हो सकता है। जिसकी वजह से आपको अपने परिवार से भी दूर जाना पड़ सकता है। आपको गुरु के इन बुरे प्रभावों से बचने के लिए उपाय के रूप में गुरुवार के दिन गौ माता को हल्दी व चने की दाल मिलाकर आटे की लोई बनाकर खिलानी चाहिए।
गुरु गोचर वृषभ राशि के उपाय (Guru Gochar Vrishbh Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए नवम भाव में हो रहा है। नवम भाव में गुरु का गोचर होने के कारण इस समय में आपको इस समय में कई प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। इस समय में आपका भाग्य आपका पूर्ण साथ देगा। जिसकी वजह से आपके सभी रूके हुए काम इस समय में पूर्ण हो जाएंगे। इस समय में आपको गुरु के शुभफलों को और भी ज्यादा बढ़ाने के लिए उपाय के तौर पर गुरुवार के दिन हल्दी व चना दाल का दान करें और गाय को रोटी खिलाएं।
गुरु गोचर मिथुन राशि के उपाय (Guru Gochar Mithun Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर मिथुन राशि वालों के लिए आठवें भाव में होने जा रहा है। इस समय में आपको मानसिक तनाव अधिक रहेगा।लेकिन गुरु का यह गोचर आपकी आध्यात्मिक वृद्धि के लिए काफी अच्छा है। इस समय में आपको कुछ स्वास्थय संबंधी परेशानियां भी हो सकती है। इसलिए आपको गुरु के इन सभी अशुभफलों से बचने के लिए उपाय के रूप में बृहस्पतिवार के दिन शुद्ध घी का दान करना चाहिए।
गुरु गोचर कर्क राशि के उपाय (Guru Gochar Kark Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर कर्क राशि वाले जातकों के लिए सातवें भाव में हो रहा है। गुरु के इस गोचर के कारण आपकी आय में वृद्धि होगी। जिसकी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत रहेगी। यदि आप व्यापार करते हैं तो आप अपने व्यापार का विस्तार करने के लिए कुछ बड़े लोगों के संपर्क में आ सकते हैं। लेकिन आपको गुरु के इन शुभफलों को बढ़ाने के लिए हर गुरुवार को केले के वृक्ष का पूजन करना चाहिए।
गुरु गोचर सिंह राशि के उपाय (Guru Gochar Singh Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर सिंह राशि वालों के लिए अत्यंत ही शुभ रहने वाला है। क्योंकि गुरु इनके छठे भाव में गोचर करने वाला है। जिसकी वजह से इन्हें स्वास्थय संबंधी परेशानिया हो सकती है। इस समय में कोई पुरानी बीमारी फिर से ऊभर सकती है या कोई बड़ी बीमारी हो सकती है। गुरु के इन शुभफलों को प्राप्त करने के लिए आपको उपाय के रूप में बृहस्पति बीज मंत्र का जाप करें ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवे नम: का जाप लगातार करते रहना चाहिए।
गुरु गोचर कन्या राशि के उपाय (Guru Gochar Kanya Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर कन्या राशि के जातकों के लिए पांचवें भाव में होने जा रहा है। जिसके अनुसार आपको इस समय में संतान संबंधी शुभ समाचार प्राप्त होंगे। यदि आपको अभी तक संतान की प्राप्ति नहीं हुई है तो आपको इस समय में संतान की प्राप्ति हो जाएगी। विद्यार्थीयों के लिए भी यह समय काफी अच्छा है। इस समय में आपको काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं लेकिन फिर भी आपको उपाय के तौर पर प्रतिदिन अपने घर में कपूर का दीपक जलाएं।
गुरु गोचर तुला राशि के उपाय (Guru Gochar Tula Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर तुला राशि के जातकों के लिए चौथे भाव में होने जा रहा है। चौथे भाव में गुरु का गोचर होने के कारण आपको आपके सुखों में बढ़ोतरी होगी। इतना ही नहीं इस समय में आपको प्रॉपर्टी खरीदने से भी लाभ प्राप्त होगा। निवेश के लिए भी यह समय शुभ है। लेकिन आपके घर का कोई बुजुर्ग इस समय में बीमार रह सकता है उपाय के रूप में आपको इस समय में आपको प्रत्येक गुरुवार को घी का दान करना चाहिए।
गुरु गोचर वृश्चिक राशि के उपाय (Guru Gochar Vrischik Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के लिए तीसरे भाव में होने जा रहा है। जिसकी वजह से इस राशि के जातको को यात्राएं अधिक करनी पड़ेगी। इतना ही नहीं इस समय में इन्हें शारीरीक और आर्थिक कष्ट भी प्राप्त हो सकता है। लेकिन इस समय में इन्हें धार्मिक यात्राएं करनी पड़ सकती है। लेकिन आपको उपाय के तौर पर भगवान शिव का रुद्राभिषेक अवश्य करवाना चाहिए।
गुरु गोचर धनु राशि के उपाय (Guru Gochar Dhanu Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर आपकी राशि से दूसरे भाव में हो रहा है। जिसकी वजह से इस समय में आपके परिवार में इस समय में कोई शुभ और मांगलिक कार्य हो सकता है। इसके साथ ही इस समय में आपको धनलाभ भी हो सकता है। आपकी वाणी इस समय में मधूर होगी और ससुराल पक्ष से भी आपके रिश्ते सुधरेंगे। लेकिन गुरु के इन शुभफलों को और भी अधिक बढ़ाने के लिए आपको घर में बृहस्पति यंत्र की स्थापना करें और रोज़ाना इसकी पूजा करनी चाहिए।
गुरु गोचर मकर राशि के उपाय (Guru Gochar Makar Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर मकर राशि के जातकों के लिए पहले भाव में होने जा रहा है। जिसकी वजह से आपके ज्ञान में वृद्धि होगी। इस समय में आपका व्यक्तित्व लोगों को प्रभावित करने वाला रहेगा। इतना ही नहीं इस समय में आपको भाग्य का भी पूर्ण साथ मिलेगा। वहीं दांपत्य जीवन में चल रहा तनाव भी इस समय में समाप्त होगा। उपाय के रूप में आपको अपनी जेब में सदैव एक पीला रुमाल रखना चाहिए और माथे पर प्रतिदिन केसर का तिलक लगाना चाहिए।
गुरु गोचर कुंभ राशि के उपाय (Guru Gochar Kumbh Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर कुंभ राशि के जातकों के लिए बारहवें भाव पर होने जा रहा है। जिसकी वजह से इस समय में आपके खर्च बढ़ सकते हैं। इस समय में आपका स्वास्थय भी खराब रह सकता है। इसलिए आपको अपने खान- पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। यदि आपका कोई कोर्ट केस चल रहा है तो आपके लिए यह समय ठीक नहीं है आपको उपाय के तौर पर गुरुवार को सुबह के समय पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं। इस दौरान पीपल के वृक्ष का स्पर्श न करें
गुरु गोचर मीन राशि के उपाय (Guru Gochar Meen Rashi Ke Upay)
गुरु का गोचर मीन राशि के जातकों के लिए ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है। ग्यारहवें भाव में गुरु का गोचर काफी शुभ माना जाता है। जिसकी वजह आपको आय के नए-नए स्रोत प्राप्त होंगे। आपको इस समय में आपके प्रेम संबंधों में भी मधुरता आएगी लेकिन फिर भी आपको उपाय के रूप में गुरुवार के दिन पुखराज रत्न को सोने की अंगूठी में जड़वा कर तर्जनी अंगुली में धारण अवश्य करना चाहिए।