मकर संक्रांति 2019 : मकर संक्रांति से जुड़ी 10 जरूरी बातें, जिसके बारे में कम लोग जानते हैं

मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) इस बार 15 जनवरी को मनाई जा रही है। मकर संक्रान्ति हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है। जो हर राज्य में अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। जानें इस त्योहार से जु़ड़ी कुछ अनजान बातें।;

Update: 2019-01-11 12:38 GMT
Makar Sankranti 2019 In Hindi
 
मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) इस बार 15 जनवरी (15 january) को मनाई जा रही है। मकर संक्रान्ति (Sankranti) हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार (Makar Sankranti Festival) है। जो हर राज्य में अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। कहते हैं कि मकर संक्रांति (Makar Sankranti) अलग-अलग राज्यों, शहरों और गांवों में वहां की परंपराओं और रिति रिवाज के मुताबिक मनाई जाती है। कहते हैं कि पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस त्योहार को मनाया जाता है। इस दिन जप, तप, दान, स्नान, श्राद्ध, तपर्ण आदि करने का एक विशेष महत्व है।

जानें मकर संक्रांति से जुड़ी 10 अनजानी बातें... (makar sankranti 10 sentence in hindi)

1. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) हिंदू मान्यता के मुताबिक, कहा जाता है कि मकर संक्रांति का नाम सूर्य और मकर के मिलन से बना है। जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तब इन दोनों के मिलक को संक्रांति कहा जाता है। वहीं मकर एक राशि है। जब इन दोनों का मिलन हुआ तब मकर संक्रांति बना। 
 
2. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) कहते हैं कि सिर्फ मकर संक्रांति का महत्व तिल के पकवान और पतंग उड़ाने से नहीं बनाता है। इस दिन गंगा में स्नान कर आस्था के नाम की डुबकी लगाने के बाद त्योहार की शुरूआत होती है। 
 
3. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) मकर संक्रांति ही ऐसा त्योहार है जो हर साल एक ही तारीख पर आता है। जिसकी तारीख कभी नहीं बदलती है। जबकि दूसरें सभी त्योहारों को चंद्र कैलेंडर के आधार पर बनाया जाता है। कहते हैं कि हर आठ साल में ये बदल जाता है। साल 2050 से ये त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा और फिर आठ साल बाद 16 जनवरी को मनाया जाएगा। इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जा रही है।
 
 
4. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) मकर संक्रांति पर क्या है तिल गुड़ का महत्व- हिंदू रिति रिवाज के मुताबिक, इस दिन तिल और गुड़ के लड्डू बनाए जाते हैं। इसके पीछे कहावत है कि बीती कड़वी बातों को भूलकर मीठा खिलाया जाता है ताकि मिठास से रिशतों को और मजबूती मिले।
 
5. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) वहीं मकर संक्रांति का वैज्ञानिक आधार भी है। कहते हैं कि तिल गर्म होता है और इसका सेवन करने से शरीर गर्म भी रहता है। जिससे शरीर को भरपूर नमी भी मिलती है। स्वास्थ को देखते हुए तिल और गुड़ का सेवन किया जाता है।
 
 
6. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) मकर संक्रांति का सिर्फ एक नाम नहीं है। इस त्योहार को कई नामों के बुलाया जाता है। इस त्योहार को गुजरात में उत्तरायन, तमिलनाडु में पोंगल, पंजाब में माघी, उत्तर प्रदेश में खिचड़ी और असम में बीहू कहते हैं। अलग प्रदेश अलग नाम है इस त्योहार का।
 
7. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) वहीं भारत के अलावा एशियाई देशों में भी मकर संक्रांति को मनाया जाता है। इसमें नेपाल, थाइलैंड, मयांमार, कंबोडिया, श्री लंका जैसे देश शामिल हैं।
 
8. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) इस दिन पतंग उड़ाने की प्रथा भी है। लेकिन इसको भी वैज्ञानिक महत्व है। कहते हैं कि पतंग उड़ाने से शरीर पर धूप लगत है। जिससे शरीर को विटामिन भी मिलती है। इससे शरीर की त्वचा भी अच्छी रहती है।
 
 
9. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) मकर संक्रांति पर तीर्थ की शुरुआत भी होती है। जैसे कि उत्तर प्रदेश में कुंभ मेला लगता है। वहीं केरल में शबरीमाल जाते हैं। इस दिन लोग पवित्र नदी में आस्था के नाम की डुबकी लगाते हैं। 
10. मकर संक्रांति 2019 (Makar Sankranti 2019) मकर संक्रांति पर एक विशेष दिन होता है। कहते हैं कि इस दिन दिन और रात बराबर होते हैं। इसी दिन से मौसम और दिन में फर्क आने लगता है। सर्दी के मौसम में ठंड कम होती रहती है और गर्म मौसम की शुरुआत होने लगती है। इस दिन से बसंत के मौसम के आगमन माना जाता है। 

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