Navratri 2019 : नवरात्रि में तिथि के अनुसार करें ग्रह शांति की पूजा

नवरात्रि में राहु ग्रह को शांत करने के लिए नवारात्रि की द्वितीया तिथि के दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है, मां की इस दिन पूजा करने से राहु ग्रह के अशुभ फल समाप्त हो जाते हैं, तो आइए जानते हैं नवरात्रि में किस तिथि के अनुसार ग्रह शांति की पूजा कर सकते हैं।;

Update: 2019-09-11 09:30 GMT

Navratri 2019 नवारात्रि पर मां दुर्गा की पूजा करने का विधान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नवरात्रि (Navratri) पर तिथि के अनुसार मां की पूजा करके ग्रहों को भी शांत किया जा सकता है। कुंडली में चाहें ग्रह कितनी भी खराब स्थिति में क्यों न हो लेकिन नवरात्रि पर तिथि के अनुसार मां की पूजा करने से उन ग्रहों को शांत किया जा सकता है। नवरात्रि इस साल 2019 में 29 सितंबर 2019 (29 September 2019) के दिन से प्रारंभ हो रही है। ग्रहों के अशुभ फलों को आसानी से नवरात्रों में समाप्त किया जा सकता है तो आइए जानते हैं नवरात्रि में तिथि के अनुसार करें ग्रह शांति की पूजा


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नवरात्रि पर तिथि के अनुसार ग्रह शांति की पूजा (Navratri Per Tithi Ke Anusar Graha Shanti Puja)

नवरात्रि पर मंगल ग्रह की शांति (Navratri Per Mangal Graha Ki Shanti)

अगर आपकी जन्मपत्री में मंगल ग्रह खराब स्थिति में है या फिर आपको मंगल ग्रह के खराब फल प्राप्त हो रहे हैं तो आप मंगल ग्रह की शांति के लिए नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि के दिन मां दुर्गा का विधिवत पूजन करें। इस दिन आप मां दुर्गा को लाल वस्त्र, लाल फूल, लाल मिष्ठान आदि अर्पित करें। ऐसा करने से आपको मंगल ग्रह के शुभ फलों की प्राप्ति होने लगेगी। इसके अलावा आप पंचमी के दिन स्कंदमाता की भी पूजा कर सकते हैं। स्कंदमाता की पूजा करने से भी मंगल ग्रह के दोषों से मुक्ति मिलती है।

नवरात्रि पर राहु ग्रह की शांति (Navratri Per Rahu Graha Ki Shanti)

जिन लोगों की जन्मपत्री में राहु ग्रह खराब अवस्था में है या फिर जिन्हें राहु की वजह से अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वह लोग द्वितीय तिथी के दिन मां ब्रह्मचारिणी के विधिवत पूजा करें। इस दिन आप मां दुर्गा को नीले रंग के फूल, नीले रंग के वस्त्र और सफेद रंग की मिठाई की भोग लगाएं। ऐसा करने से आपको राहु के अशुभ प्राप्त नही होंगे और राहु आपको शुभ फल देगा। क्योंकि मां ब्रह्मचारिणी राहु ग्रह को संचालित करती हैं और इनकी कृपा से इनके भक्त को कभी भी राहु के बुरे फल प्राप्त नही होते।

नवरात्रि पर बृहस्पति ग्रह की शांति (Navratri Per Brahaspati Graha Ki Shanti)

कुंडली में अगर बृहस्पति खराब स्थिति में हो या फिर आपको गोचर में बृहस्पति के खराब फल प्राप्त हो रहे हो तो आप नवरात्रि तृतीया तिथि के दिन मां दुर्गा की विधिवत पूजा करें। इस दिन आप मां दुर्गा को पीले रंग के फूल, पीले रंग के वस्त्र और पीले रंग की मिठाई अर्पित करें। ऐसा करने से आपको बृहस्पति ग्रह के खराब फल प्राप्त नहीं होंगे। इसके अलावा आप अष्टमी तिथि के दिन महागौरी की भी पूजा कर सकते हैं। क्योंकि मां महागौरी बृहस्पति ग्रह को संचालित करती हैं और इनकी पूजा से बृहस्पति ग्रह अशुभ फल प्राप्त नहीं होते।


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नवरात्रि पर शनि ग्रह की शांति (Navratri Per Shani Graha Ki Shanti)

अगर आपकी कुंडली में शनि ग्रह खराब हो या फिर आपको शनि ग्रह के खराब फल प्राप्त हो रहे हों तो आप चतुर्थी के दिन मां दुर्गा की आराधना करें । उनकों इस दिन नीले रंग के फूल, नीले रंग के वस्त्र और गुड़ से बनी मिठाई अर्पित करें। ऐसा करने से आपको शनि से ग्रह के खराब प्राप्त नही होंगे। इसके अलावा आप सप्तमी तिथि के दिन मां कालरात्रि की भी पूजा कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको शनि ग्रह शुभ फल ही प्राप्त होंगे। अगर आप नवरात्रि में मां की पूजा करते हैं तो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ फलों से भी मुक्ति मिलेगी।

नवरात्रि पर बुध ग्रह की शांति (Navratri Per Budh Graha Ki Shanti)

कुंडली में अगर बुध खराब स्थिति में हो या फिर आपको बुध के खराब फल प्राप्त हो रहे हों तो आप पंचमी के दिन मां दुर्गा को हरे वस्त्र, गेंदे के फूल और हरे रंग की मिठाई अर्पित करें। ऐसा करने से आपको बुध के शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इसके अलावा आप छठे नवरात्र पर मां कात्यानी की पूजा भी कर सकते हैं। मां कात्यानी की पूजा करने से भी आपको बुध के उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। इसलिए आपको नवारात्रि पर मां दुर्गा की पूजा अवश्य करनी चाहिए। जिससे आप बुध के शुभ फलों को प्राप्त कर सकें।

नवरात्रि पर केतु ग्रह की शांति (Navratri Per Ketu Graha Ki Shanti)

अगर आपकी कुंडली में केतु ग्रह खराब है तो आप षष्टमी तिथि के दिन मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं। इस दिन आपको मां दुर्गा को लाल रंग के वस्त्र, लाल रंग के फूल और लाल रंग की मिठाई अर्पित करनी चाहिए। क्योंकि केतु मंगल का ही छाया ग्रह माना जाता है। ऐसा करने से आपको केतु के उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। इसके अलावा आप चौथे नवरात्र पर कुष्माण्डा की भी पूजा कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको कभी भी केतु के बुरे फलों की प्राप्ति नही होगी। इसलिए आपको नवरात्रि पर मां की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

नवरात्रि पर सूर्य ग्रह की शांति (Navratri Per Surya Graha Ki Shanti)

सूर्य को मान सम्मान का कारक ग्रह माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह खराब स्थिति में होता है उन्हें मान सम्मान की प्राप्ति में कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए आपको नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर मां दुर्गा का पूजन अवश्य करना चाहिए। इस दिन आपको मां दुर्गा को गुलाब के फूल, लाल रंग के वस्त्र और गुड़ से बनी मिठाई अर्पित करनी चाहिए। इसके अलावा पहले नवरात्र पर मां शैलपुत्री की भी पूजा कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको सूर्य के शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

नवरात्रि पर शुक्र ग्रह की शांति (Navratri Per Sukra Graha Ki Shanti)

शुक्र ग्रह को ऐश्वर्य का कारक ग्रह माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह खराब स्थिति में होता है। उन लोगों को जीवन में अत्याधिक मेहनत करने पर सुख और सुविधाओं की प्राप्ति नही होती। इसलिए आपको नवरात्रि पर अश्टमी तिथि के दिन मां दुर्गा को नीले रंग के फूल, श्रृंगार का सभी समान, नीले रंग के वस्त्र और दुध से बनी मिठाई अर्पित करनी चाहिए। इसके अलावा नवें और आखिरी नवरात्र पर मां सिद्धिदात्री की पूजा भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको शुक्र के शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

नवरात्रि पर चंद्र ग्रह की शांति (Navratri Per Chandra Graha Ki Shanti)

चंद्रमा को मन का कारक ग्रह माना जाता है। अगर कुंडली में चंद्रमा खराब स्थिति में हो तो मन को अशांति प्राप्त होती है। इसलिए नवरात्रि नवमी तिथि के दिन मां दुर्गा को सफेद रंग के वस्त्र, सफेद रंग के फूल, और सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा आप तीसरे नवरात्र पर मां चंद्रघंटा की भी पूजा कर सकते हैं। क्योंकि मां चंद्रघंटा के माथे पर अर्ध चंद्र बना है और इन्हें यह चंद्रमा की आधिपत्य देवी भी मानी जाती है। इसलिए नवरात्रि पर मां के इस रूप की पूजा करनी श्रेष्ठकारी है।  

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