Sawan 2019 : सावन के इन उपायों से नव ग्रहों को करे शांत

Sawan 2019 Sawan Nav Grah Shanti Upay सावन के महिने में किए गए कुछ उपायों से नव ग्रहों को भी शांत (Sawan Nav Graha Shanti Upay) किया जा सकता है। सावन (Sawan) के महिने में चंद्रमा को ठीक करने के लिए भगवान शिव (Lord Shiva) का दूध से अभिषेक करना चाहिए और इसी तरह अन्य ग्रहों की भी स्थिति सुधारने के लिए भगवान शिव को उसी ग्रह के अनुसार चीजें अर्पित करनी चाहिए।;

Update: 2019-07-26 11:22 GMT

Sawan 2019 सावन के महिने में नव ग्रहों को भी शांत किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए आपको सही उपाय जानने की आवश्यकता है। सावन के महिने में भगवान शिव को कुछ चीजे चढ़ाने से सभी परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है।क्योंकि सभी ग्रहों के अनुसार उनकी कुछ वस्तुएं होती है। जिनके बारे में सही जानकारी बहुत जरूरी है। नव ग्रहों का असर पूरी मानव जाति पर पड़ता है। प्रत्येक मनुष्य की कुंजली में कुछ ग्रह अच्छे तो कुछ खराब होते हैं। लेकिन सावन (Sawan) के महिने में भगवान शिव को कुछ चीजें अर्पित करके उन ग्रहों को भी ठीक किया जा सकता है। सावन के महिने में भगवान शिव की आराधना की जाती है। भगवान शिव (Lord Shiva) के आधीन ही सभी नौ ग्रह हैं।


सावन में नव ग्रहों को करे शांत के उपाय (Sawan Mai Nav Graho Ko Shant Karne Ke upay)

सूर्य ग्रह के उपाय (Sun Remedies)

अगर आपकी कुंडली में सूर्य खराब अवस्था में हैं तो आपको जीवन में मान - सम्मान की प्राप्ति नहीं हो सकती। जीवन में आपको अत्याधिक संघर्ष भी करना पड़ सकता है। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए आपको सावन में भगवान शिव को आक के पुष्प और बिल्व पत्र भगवान शिव को अर्पित करने चाहिए। इसके साथ ही आपको भगवान शिव को जल में रोली मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।

चंद्रमा ग्रह के उपाय (Moon Remedies)

चंद्रमा को मन का कारक ग्रह माना जाता है। जिस व्यक्ति का चंद्रमा खराब स्थिति में होता है तो उसका मन किसी भी चीज में नहीं लगता है। अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं तो आपको सावन के महिने में भगवान शिव को सफेद फूल अर्पित करने चाहिए। इसी के साथ भगवान शिव का दूध और दही से अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से आपको इस समस्या से जल्दी ही छुटकारा मिल जाएगा।

मंगल ग्रह के उपाय (Mars Remedies)

मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मंगल को शरीर में खून का कारक माना जाता है। इसके साथ ही मंगल पराक्रम का भी कारक है। सावन के महिने में आपको लाल रंग के पुष्प, गुड़ भगवान शिव को अर्पित करने चाहिए। इसी के साथ आपको भगवान शिव का गिलोय के रस से अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से आपको मंगल के शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

बुध ग्रह के उपाय (Mercury Remedies)

बुध का वाणी और बुद्धि का कारक माना जाता है। अगर कुंडली में आपका बुध खराब है तो आपको व्यापार और बोलने में परेशानी हो सकती है। इस समस्या के समाधान के लिए आपको सावन के महिने में भगवान शिव को धतुरा और गेंदे के फूल अर्पित करने चाहिए। इसके साथ ही आपको विद्यापरा के रस से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए।


बृहस्पति ग्रह के उपाय (Jupiter Remedies)

बृहस्पति देव को देवातओं का गुरु माना जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति खराब होता है। उनके यहां शुभ कामों में हमेशा परेशानी आती है। अगर आप बृहस्पति देव का आर्शीवाद पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सावन के महिने में पीले रंग के ही पुष्प भगवान शिव को अर्पित करने चाहिए और भगवान शिव का हल्दी या चंदन से अभिषेक करना चाहिए।

शुक्र ग्रह के उपाय (Venus Remedies)

शुक्र को ऐश्वर्य का कारक माना जाता है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह खराब होता है। उन्हें जीवन की सुख - सुविधाएं प्राप्त नहीं हो पाती। शुक्र की स्थिति को सुधारने के लिए आपको सावन के महिने में भगवान शिव को सफेद पुष्प अर्पित करने चाहिए उसके बाद भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। यह उपाय आपको सभी प्रकार के सुख प्रदान कर सकता है।

शनि ग्रह के उपाय (Saturn Remedies)

शनि ग्रह को न्याय का देवता माना जाता है। शनि देव की कुंडली में खराब स्थिति अत्याधिक संघर्ष की निशानी होती है। इस समस्या के समाधान के लिए सावन के महिने में भगवान शिव पर नीले फूल अर्पित करने चाहिए और गन्ने का रस शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपको भगवान शिव और शनि देव का आर्शीवाद प्राप्त होगा।

राहु ग्रह के उपाय (Rahu Remedies)

राहु को शनि का ही छाया ग्रह माना जाता है और यह शनिदेव की तरह ही फल देता है। राहु की खराब स्थिति व्यक्ति को भ्रम में डालकर रखती है। भगवान शिव को धतुरा अर्पित करें और भगवान शिव को जल में भांग मिलाकर चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपको राहु के बुरे प्रभावों से छुटाकारा प्राप्त होगा।

केतु ग्रह के उपाय (Ketu Remedies)

केतु ग्रह को मंगल का छाया ग्रह माना जाता है। केतु ग्रह मंगल की तरह ही मनुष्य को फल देता है। केतु की खराब स्थिति प्रेत बाधा तक दे सकती है। केतु इस स्थिति से बचने के लिए आपको भगवान शिव पर नीले फूल अर्पित करने चाहिए और इसके साथ ही भगवान शिव का रुद्राभिषेक किसी पुरोहित से कराना चाहिए। 

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App 

Tags:    

Similar News