अंतिम सफर पर भी कायम रहा बप्पी दा का स्टाइल स्टेटमेंट, हैवी गोल्ड चैन और ब्लैक गूगल्स के साथ दी गयी संगीत सम्राट को विदाई
वैसे तो फरवरी के महीने को प्यार का महीना कहा जाता है पर इस महीने ने संगीत की दुनिया को गमगीन कर दिया है। कुछ ही दिनों के अंतराल में इंडस्ट्री ने दो महान आवाजों को खो दिया है। सुर साम्राज्ञी लता दीदी (Lata Mangeshkar) के जाने के चंद दिन बाद बप्पी दा (Bappi Lahiri) के निधन से हर किसी को गहरा सदमा दिया है। बीते 16 फरवरी तो महान संगीतकार बप्पी दा का मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया।;
वैसे तो फरवरी के महीने को प्यार का महीना कहा जाता है पर इस महीने ने संगीत की दुनिया को गमगीन कर दिया है। कुछ ही दिनों के अंतराल में इंडस्ट्री ने दो महान आवाजों को खो दिया है। सुर साम्राज्ञी लता दीदी (Lata Mangeshkar) के जाने के चंद दिन बाद बप्पी दा (Bappi Lahiri) के निधन से हर किसी को गहरा सदमा दिया है। बीते 16 फरवरी तो महान संगीतकार बप्पी दा का मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया। बप्पी दा 69 साल के थे। आज उनकी अंतिम विदाई में परिवार के साथ म्यूजिक इंडस्ट्री के कई दिग्गज शामिल हुए। हर किसी के चेहरे पर बप्पी दा के जाने का गम साफ़ झलक रहा था। डिस्को किंग बप्पी दा के अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में फैंस भी पहुंचे और नम आंखों से उन्हें विदाई दी।
बप्पी दा अपने संगीत के अलावा अपने स्टाइल स्टेटमेंट के लिए भी जाने जाते थे। सोने के आभूषण पहनने का शौक हो या फिर काले रंग के गॉगल्स, बप्पी दा का अलग ही स्वैग था। उनका यही स्टाइल और अंदाज उनके अंतिम सफर पर भी उनके साथ रहे। जी हां, उनके परिवार ने बप्पी दा को अंतिम यात्रा के दौरान उनकी पसंदीदा गोल्ड चैन और ब्लैक गॉगल्स के साथ विदा किया। सोने की मोटी चैन और काले चश्मे के साथ विदाई इसलिए दी गयी क्योंकि परिवार चाहता था कि जिस तरह बप्पी दा को रहना पसंद था उसी अंदाज में उनका अंतिम सफ़र भी हो।
बता दें कि बप्पी दा को सोना पहनने और खरीदने का इतना शौक था कि वो हर बार कुछ नया खरीदना चाहते थे। एक बार उन्होंने अपनी पत्नी से कहा कि वो उन्हें सोने की आइटम खरीदने का कुछ नया आईडिया दें , तब उनकी पत्नी ने उन्हें सोने का टी - सेट खरीद कर दिया था। ये गिफ्ट उन्हें बेहद पसंद आया था। बप्पी दा सोने के अलावा डायमंड और चांद की ज्वेलरी के भी शौक़ीन था। बप्पी दा खुद को म्यूजिक इंडस्ट्री का अमिताभ बच्चन कहा करते थे और उनका मानना था की उनका काम लोगों के दिलों में हमेशा उन्हें जिन्दा रखेगा। आज उनकी अंतिम विदाई पर जिस तरह से उनके परिवार ने उन्हें श्रधांजलि दी , उससे ये भी साफ़ है ना सिर्फ बप्पी दा का संगीत बल्कि उनका अनोखा स्टाइल भी उनके चाहने वालों के लिए हमेशा यादगार रहेगा।