अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी की ऐसी थी हालत, दिनभर शूटिंग के बाद न्यूजपेपर बिछाकर धरती पर सोते थे
निर्देशक प्रियदर्शन की फिल्म हेरा फेरी के बारे में भी यही का जा सकता है। फिल्म को 2020 में 20 साल पूरे हो गए हैं और इसमें संदेह नहीं कि हेरा फेरी को बार-बार देखा जा सकता है।;
महान फिल्मों के बारे में कहा जता है कि वे बनाई नहीं जातीं बल्कि बन जाती हैं। निर्देशक प्रियदर्शन की फिल्म हेरा फेरी के बारे में भी यही का जा सकता है। फिल्म को 2020 में 20 साल पूरे हो गए हैं और इसमें संदेह नहीं कि हेरा फेरी को बार-बार देखा जा सकता है।
हर बार यह आपको हंसाती है। राजू (अक्षय कुमार), श्याम (सुनील शेट्टी) और बाबू भाई (परेश रावल) की यह कहानी हिंदी सिनेमा के इतिहास में अपनी जगह दर्ज कर चुकी है। पुराने दिनों का याद करके सुनील शेट्टी कहते हैं, 'वास्तव में किरदारों की सहजता ने इस फिल्म को महान बनाया है। यहां करदार अपनी-अपनी मुश्किलों में है। लेकिन वह जीने की कोशिश में लगे हैं और उन कोशिशों से ही हास्य पैदा होता है।'
असल में इस फिल्म को लेकर तब इसलिए भी लोगों की रुचि थी कि ऐक्टशन हीरो अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी कॉमेडी करते हुए कैसे नजर आते हैं। सुनील शेट्टी के अनुसार फिल्म की स्क्रिप्ट, डायलॉग और प्रियदर्शन के डायरेक्शन समेत पूरी टीम का काम बहुत शानदार था। यह फिल्म टीम वर्क का परफेक्ट उदाहरण है। शूटिंग के दिनों को याद करते हुए वह बताते हैं कि हमें पता ही नहीं चला कि फिल्म कैसे बन गई।
बस, सब कुछ हो गया। हम लोग सुबह शूटिंग के लिए पहुंचते थे और हमें ऐसे कपड़े दिए जाते थे जिन पर इस्तरी भी नहीं होती थी। दोपहर के ब्रेक में डायरेक्टर हमें अखबारों पर सोने के लिए कहते थे ताकि हम आराम के बाद फ्रेश तो लगें मगर हमारा हुलिया न बदल जाए। हम कोई मेकअप वगैरह भी नहीं करते थे। अक्षय, मैं और परेश रावल लगातार अपनी लाइनें याद करते रहते थे और खूब रिहर्सल करते थे, जिससे कॉमिक टाइमिंग सही रहे।