अयोध्या विवाद पर बनीं ये पांच फिल्में, रिलिजिंग के दौरान झेलना पड़ा था कड़ा विरोध
अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया, जिसमें राम मंदिर बनाने की इजाजत दे दी गई है, वहीं मस्जिद के लिए अलग से जमीन दी जाएगी। इस विवादित मामले को लेकर कई फिल्में बनाई गई। जो कड़े विरोध के बाद रिलीज हुई और सुपरहिट रही।;
अयोध्या विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच फैसला सुनाया। फैसले में गोगोई ने कहा कि विवादित जमीन पर रामजन्मभूमि न्यास का हक है जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि क्रेंद और राज्य सरकार अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए जमीन दें। अयोध्या विवाद कई सालों से चलता आ रहा है। इस मामले को लेकर कई फिल्में भी बनाई जा चुकी हैं, जिसको लेकर विवाद भी खड़े हुए। आइये जानते है, वो फिल्में जिनमें राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का जिक्र था।
'गेम ऑफ अयोध्या'
डायरेक्टर सुनील सिंह की फिल्म 'गेम ऑफ अयोध्या' साल 2017 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने कई राजनीतिक नेताओं को सवालों में ला दिया था। फिल्म में 1992 की अयोध्या की पूरी कहानी दिखाई गई। इसके साथ ही दिखाया गया कि कैसे एक पत्रकार गलत रिपोर्टिंग करते हुए लोगों को सच की तरह बतााता है। लेकिन बाद में वो अपनी इस गलती को सुधारना चाहता है। उस फिल्म को लिब्राहन आयोग के रिपोर्ट के आधार पर बनाई गई थी।
'सात खून माफ'
'सात खून माफ' फिल्म साल 2011 में रिलीज हुई थी। इसमें अयोध्या विवाद मामले का जिक्र किया गया। इस फिल्म का डायरेक्शन विशान भारद्वाज ने किया। ये फिल्म एक साइकोलोजिकल थ्रिलर मूवी थीं। फिल्म में प्रियंका चोपड़ा का किरदार दिलों पर छाप छोड़ने वाला किरदार था। प्रियंका चोपड़ा ने सुजाना का किरदार निभाया था। फिल्म का एक डायलॉग है कि 'कोई कहता है एक मस्जिद थी, कोई कहता है एक मंदिर था.. मंदिर ये चुप है, मस्जिद है गुमसुम, इबादत तक पड़ेगी..'
'ब्लैक फ्राइडे'
'ब्लैक फ्राइडे' फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई। फिल्म की कहानी एक मयूरी कांगो की है, जो एक स्कूली छात्रा है। फिल्म में मयूरी कांगो अपने दादा को बाबरी मस्जिद की घटना के दौरान खो देती है। 1992 में जब बाबरी मस्जिद को गिराई गई, तब हिंसा की आग फैल गई, जिसमें मयूरी कांगो के दादा की मौत हो गई। इस फिल्म का निर्देशक अनुराग कश्यप थे। फिल् मको बेस्ट डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले का अवॉर्ड भी मिला था। ये फिल्म सिर्फ 70 दिनों में बनकर तैयार हो गई थी।
'बॉम्बे' फिल्म
'बॉम्बे' फिल्म साल 1995 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन मणिरत्नम ने किया था। फिल्म में साउथ एक्टर अरविंद स्वामी और मनीषा कोइराला लीड रोल में नजर आई। फिल्म में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद हुए संप्रादयिक तनाव को बखूबी तरीके से दिखाया गया। इस फिल्म में बाबरी मस्जिद विध्वंस और उसके बाद मुंबई में हुए दंगे से जुड़ी घटनाएं को भी दिखाया। ये फिल्म उस दौर की सबसे सुपरहिट फिल्म रही। हर तरफ इस फिल्म की चर्चा हुई।
'स्टीकर'
'स्टीकर' फिल्म साल 2010 में रिलीज हुई। ये फिल्म रोमांटिक मूवी थी। इस फिल्म में हिंदू लड़के और मुस्लिम लड़की के बीच प्यार को दिखाया गया। फिल्म में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद मुंबई में हुए दंगों को दिखाया गया, जो इन दोनों की जिंदगी तहस नहस कर जेते है। इस फिल्म की यूट्यूब पर स्क्रीनिंग हुई थी।
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