जब दीपिका पादुकोण को इमोशनली और फिजिकली कुछ भी महसूस नहीं होता था, जानिए तब मां ने कैसे की मदद
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण मेंटल हेल्थ को लेकर के काफी सतर्क रहती हैं, साथ ही साथ वह इसके बारें में अपने फैंस को भी समय- समय पर बताती रहती हैं। अब एक बार फिर से दीपिका ने इस बारें मे एक कल्ब हाउस सेशेन में बातचीत की है।;
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) इंडस्ट्री के उन सितारों में से एक हैं। जिन्होंने अकेले खुद के दम पर फिल्म इंडस्ट्री में एक ऊंचा मुकाम हासिल किया है। सफलता की ऊंचाइयों को छूने के इस सफर में एक्ट्रेस ने न सिर्फ कई मुश्किलों का सामना किया बल्कि उन्हें हराया भी है। दीपिका ने जो स्टारडम हासिल किया है। उसकी कीमत भी उन्होंने अदा की है। सब जानते हैं दीपिका की जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर वो था। जब वह डिप्रेशन में चली गयीं थी। वह अक्सर इस बारें में अपने फैंस के सामने अपने विचार रखती है। वह खुले तौर पर ये स्वीकार भी करती हैं एक समय ऐसा भी था जब एक्ट्रेस की मेंटल हेल्थ काफी बुरी हो गयी थी।
अब एक बार फिर से दीपिका ने इस बारें में बातचीत की है। हाल ही में उन्होंने एक क्लब हाउस सेशन में आप बीती बतायी है। दीपिका ने बताया, "ये साल 2014 की फरवरी में स्टार्ट हुआ... मुझे खालीपन, दिशाहीन महसूस हुआ और ऐसा लगा कि जीवन का कोई मतलब और लक्ष्य ही नहीं है। मै फिजिकली और इमोशनली कुछ भी महसूस नहीं कर पा रही थी। मैने बस इस शून्य को महसूस किया.... मैने ये कई दिनों, हफ्तों और महीनों तक महसूस किया। एक दिन मेरा परिवार यहां था और वह वापस जाने के लिए पैकिंग और बाकी की तैयारियां कर रहे थे, मै अपने कमरें में बैठी हुई थी और अचानक ही रोने लगी।"
"उस समय मेरी मां को पहली बार ये अहसास हुआ कि ये कुछ अलग है। मेरा रोना कुछ अलग था। यह वैसा नहीं था कि मैं बॉयफ्रेंड या काम के स्ट्रेस की वजह से रोयी हूं। वह मुझसे पूछती रही कि क्या ये वजह है या वो। मैं उन्हें कोई एक कारण नहीं बता पा रही थी। यह उनका एक्सपीरियंस और प्रज़ेंस ऑफ माइंड ही था जो उन्होंने मुझे मदद लेने के लिए प्रोत्साहित किया।" आगे एक्ट्रेस ने कहा, "मैं कहती रहती हूं कि ऐसा कोई दिन नहीं है जो मेरे मेंटल हेल्थ के बारे में सोचे बिना जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि मैं उस स्थिती में वापस नहीं जाऊं, मेरे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि मैं अपनी नींद की क्वालिटी, न्यूट्रीशन, हाईड्रेशन, और वर्कआउट पर ध्यान दूं, मैं स्ट्रेस को कैसे प्रोसेस करूं और अपने विचारों पर ध्यान केंद्रित करूं। ये वो चीजें हैं जो मुझे डेली बेसिस पर करनी होती हैं, इसलिए नहीं कि वे फैंसी शब्द हैं या ऐसा करना कूल है बल्कि मैं जीवित नहीं रह पाऊंगी अगर मैं ये सब काम नहीं करती।" एक्ट्रेस का कहना था कि वह इस बात का खास ख्याल रखती हैं कि वह दोबारा से डिप्रेशन में न जाए और इसके लिए वे काफी मेहनत भी करती हैं।