जया बच्चन पर भड़की जया प्रदा, बोलीं- 'कौन थाली में छेद कर रहा है, आप सब जानती है'
जया बच्चन पर जया प्रदा ने जमकर भड़ास निकालीं। जया प्रदा ने कहा कि 'जया जी आपने जो कहा कि जिस थाली में खाते है उसमें छेद करते है, आप किसको ये बोल रही है। ये आप खुद जानती है। आपको पता है।';
संसद में रवि किशन ने फिल्म इंडस्ट्री में बढ़ते ड्रग्स के इस्तेमाल का मुद्दा उठाया। इस पर जया बच्चन ने आपत्ति जताते हुए कहा कि 'जिस थाली में खाते है, उसी में छेद करते है', इसको लेकर लोग सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे है। कोई रवि किशन के समर्थन में बोल रहे है, तो वहीं कोई जया बच्चन को सपोर्ट कर रहा है। इस कड़ी में जया बच्चन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और जया बच्चन के बयान का विरोध किया। जया प्रदा ने एक इंटरव्यू में जया बच्चन (Jaya Bachchan) पर हमला किया।
जया प्रदा ने इंडिया टूडे को दिए इंटरव्यू में जया बच्चन पर राजनीति करने का आरोप लगाया। जया प्रदा में कहा- 'जया बच्चन अच्छे से जानती है कि कौन थाली में छेद कर रहा है। आज हम लोग इंडस्ट्री के चंद लोगों के बारे में डिबेट कर रहे है। जो इंडस्ट्री को ड्रग्स की ओर ढकेल रहा है। इस ड्रग माफिया को कैसे रोका जाए, मैं जया जी की इज्जत करती हूं। लेकिन उनका जिस तरह का बयान आया है मैं रवि किशन जी का समर्थन करना चाहती हूं। जया जी आपने जो कहा कि जिस थाली में खाते है उसमें छेद करते है, आप किसको ये बोल रही है। ये आप खुद जानती है। आपको पता है।'
Just because there are some people, you can't tarnish the image of the entire industry. I am ashamed that yesterday one of our members in Lok Sabha, who is from the film industry, spoke against it. It is a shame: Samajwadi Party MP Jaya Bachchan in Rajya Sabha https://t.co/cSvxi5dioc
— ANI (@ANI) September 15, 2020
जया प्रदा (Jaya Prada) ने आगे कहा- 'इंडस्ट्री को कोई बदनाम नहीं कर सकता, किसी भी हैसियत नहीं है। रवि किशन (Ravi Kishan) के बयान को सुनने के बाद मुझे लगता है कि मुझे रवि किशन जी की तरफ खड़े होना चाहिए, क्योंकि उन्होंने गलत नहीं कहा है। उन्होंने ये कहा कि इंडस्ट्री में चंद लोग ड्रग्स से प्रभावित थे। ड्रग्स के मामले में जो डीलिंग हो रही है उसे रोकने की जरूरत है। देश के युवाओं को ड्रग से बचाना जरूरी है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ गलत है। इंडस्ट्री को पूरा दोष ठहराने की किसी में हैसियत नहीं है।'