Raj Kundra Case: क्राइम ब्रांच ने किया बेल का विरोध, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से कर दी राज की तुलना
जब से एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पॉर्नोग्राफी केस में फंसे है, तब ही से पुलिस उनके खिलाफ तगड़े सबूत जुटाने में लगी हुई है। इधर गिरफ्तारी के बाद से ही राज भी अपनी बेल के लिए एड़ी- चोटी का जोर लगाए हुए हैं। तो वहीं इस सुनवाई में पुलिस का कहना है कि अगर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया तो नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की तरह ही राज के भी देश छोड़ कर भाग जानें की संभावनाएं हैं।;
जब से एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) के पति राज कुंद्रा (Raj Kundra) पॉर्नोग्राफी केस (Pornography Case) में फंसे है, तब ही से पुलिस उनके खिलाफ तगड़े सबूत जुटाने में लगी हुई है। इधर गिरफ्तारी के बाद से ही राज भी अपनी बेल के लिए एड़ी- चोटी का जोर लगाए हुए हैं। मंगलवार को राज की गिरफ्तारी की अवधि खत्म हो रही थी और साथ ही साथ उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई भी होनी थी। इसी कारण से राज को मुंबई के सेशंस कोर्ट में हाजिर किया गया था, कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई 20 अगस्त तक के लिए टाल दी गयी है। खबरों के मुताबिक इस दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच पुलिस ने राज की जमानत याचिका का कड़ा विरोध किया। पुलिस का कहना है कि अगर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया तो नीरव मोदी (Nirav Modi) और मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) की तरह ही राज के भी देश छोड़ कर भाग जानें की संभावनाएं हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुनवाई के दौरान पुलिस ने कोर्ट इस बात से अवगत कराया कि इस केस की जांच अभी भी जारी है और आरोपी राज कुंद्रा इसमें पूरा सहयोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि इस केस मे बिजनेस मैन के खिलाफ कई अहम सबूत उनके पास है और कई और सबूत जुटाने अभी बाक़ी है। इस केस से जुड़े कई मुख्य गवाह अपना बयान दर्ज कराने के लिए सामने आ रहे हैं। कोर्ट में पुलिस का कहना था कि उनकी अभी तक की जांच में यह बात सामने निकल कर आयी है कि मशहूर बिजनेसमैन हॉटशॉट्स ऐप चला रहे थे। इस ऐप पर लंदन की कंपनी केनरिन लिमिटेड (Kenrin Limited) के माध्यम से ब्लू फिल्में डाली जा रही थी। खबरें हैं कि ये कंपनी राज के बहनोई प्रदीप बख्शी (Pradeep Bakhshi) के नाम पर रजिस्टर्ड है। बताते चले कि अब प्रदीप को भी इस केस में वॉन्टेड कर दिया गया है। खबरों की मानें तो पुलिस का कहना ये भी है कि अगर राज को बेल पर छोड़ दिया जाता है तो वह विदेश भाग सकता है, क्योंकि उसके पास ब्रिटेन की नागरिकता भी है। इसके साथ ही पुलिस ने अदालत को ये भी कहा कि अगर राज की जमानत होती है तो इससे समाज में एक गलत संदेश जाएगा।
वहीं राज का बचाव कर रहे वकील का कहना है कि इस मामलें में पुलिस ने अप्रैल के महीनें में चार्जशीट दायर की थी। राज की जमानत याचिका में कहा गया है कि उनका नाम न तो एफआईआर में था और न ही चार्जशीट में। चार्जशीट में जिनका नाम है उन्हें भी जमानत पर रिहाई मिल चुकी है। याचिका में आगे कहा गया है कि मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर के गलती कर दी है। इसके अलावा क्राइम ब्रांच के आरोपों का जवाब देने के लिए राज के वकील ने समय मांगा है जिसके बाद ये सुनवाई 20 अगस्त तक के लिए टाल दी गयी है।