OTT प्लेटफॉर्म्स के सपोर्ट में शत्रुघ्न सिन्हा का ट्वीट, 'कला को खत्म करने का ये घटिया तरीका'

देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर दिखाए जा रहे कंटेंट को लेकर बहस चल रही है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत लाया जाएगा, जिसके चलते कयास लगाए जा रहे है कि ओटीटी कंटेंट पर सेंसरशिप हो सकता है।;

Update: 2020-11-26 11:29 GMT

शत्रुघ्न सिन्हा ने ओटीटी कंटेंट और प्लेटफॉर्म्स पर सेंसरशिप का विरोध करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट से कई ट्वीट किए और कहा- 'भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली बातों की आड़ में नैतिक आचार संहिता लागू करना ठीक नहीं', आपको बता दें कि देश में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर दिखाए जा रहे कंटेंट को लेकर बहस चल रही है। ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत लाया जाएगा, जिसके चलते कयास लगाए जा रहे है कि ओटीटी कंटेंट पर सेंसरशिप हो सकता है।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा- 'भावनाओं को ठेस पहुंचने के बहाने की आड़ में नैतिक आचार संहिता बनाने की बातें करना एक मजाक है। पैनडेमिक के इस मुश्किल दौर में ये ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ही थे, जो जीवित रहे... घर रहते हुए हमें इसका सामना करने में मदद मिली और हम तनाव रहित रहे। अंधविश्वास और मजहब का भय दिखाकर कला को खत्म करने का ये घटिया तरीका है। ये एक फलता-फूलता इंडस्ट्री है, जिसका फ्यूचर ब्राइट है।

शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे लिखा- 'इसे विकृत सोच रखने वालों के लिए मार डालना क्या उचित है? गंभीरता से सोचिए। जय हिंद।' आपको बता दें कि ओटीटी पर दिखाए जा रहे कंटेंट को लेकर अक्सर विवाद सामने आते रहे है। उदाहरण के तौर पर 'सूटेबल बॉय' के कुछ सीन्स को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा। मामला पुलिस और कोर्ट तक जा पहुंचा। इससे पहले अक्षय कुमार की फिल्म 'लक्ष्मी' के टाइटल को लेकर भी खूब हंगामा हुआ। नतीजा ये हुआ कि मेकर्स को फिल्म रिलीज करने से पहले टाइटल बदलना पड़ा। 

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