राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया खुलासा, नहीं बनेगा 'रंग दे बसंती' का सीक्वल
बॉलीवुडलाइफ के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने रंग दे बसंती का सीक्वल बनाने से साफ इनकार कर दिया और साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पास ना कहने का वाजिब कारण भी है।;
Bollywood: साल 2006 में आमिर खान की फिल्म 'रंग दे बसंती' रिलीज हुई और इसने नए जमाने की देशभक्ति के रंग बिखेर दिए। इस साल जनवरी में फिल्म ने अपनी अपार सफलता के 17 साल पूरे कर लिए हैं। जबकि हिंदी फिल्म उद्योग लगातार सीक्वल पर मंथन कर रहा । फिल्म के निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा से एक सवाल पूछा गया कि 'क्या वह 'रंग दे बसंती' फिल्म का सीक्वल करेंगे तो इस जवाब में उन्होंने कहा 'नहीं'।
निर्माता ने एक साक्षात्कार में किया खुलासा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक इंटरव्यू में फिल्म के निर्माता ने खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि 'रंग दे बसंती में' मुझे जो कहना था, मैंने कह दिया है और मैं उसे दोहराना नहीं चाहता। अगर मुझे कुछ और कहना होता तो मैं कहता, लेकिन किसी और फिल्म के साथ, रंग दे बसंती के साथ नहीं। इसके अलावा, यह कुछ खास तरह की फिल्में हैं जो सीक्वल की मांग करती हैं, जैसे जेम्स बॉन्ड, मिशन इम्पॉसिबल। मैंने कॉलेज के छात्रों पर एक फिल्म बनाई है जो उन युवा क्रांतिकारियों से बहुत प्रेरित होते हैं जिन्होंने अपनी कलम छोड़कर बंदूकें उठा लीं और देश और देश के लोगों के लिए अपनी जान दे दी।''
उन्होंने आगे बताया कि युवा पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए, इस फिल्म की कहानी को दिखाया गया। मैं अपने कॉलेज के दिनों में ऐसा ही था, क्योंकि तब मैं केवल सिस्टम के बारे में शिकायत करता था। ऐसे कई लोग हैं जो ऐसा ही करते हैं, आरामदायक नौकरियां लेते हैं और केवल सिस्टम की शिकायत करते हैं। 'रंग दे बसंती' एक निजी फिल्म थी, जो मैंने की और मैं चाहता था कि युवाओं को इसे देखना चाहिए क्योंकि वो ही जो सिस्टम को बदल सकते हैं, इसलिए उसी कहानी को दोबारा बताना संभव नहीं है।
2016 में रिलीज हुई थी फिल्म
2006 में रिलीज हुई 'रंग दे बसंती' का निर्देशन राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने किया था। फिल्म में आमिर खान, सिद्धार्थ, आर. माधवन, अतुल कुलकर्णी, सोहा अली खान, शरमन जोशी, कुणाल कपूर, वहीदा रहमान और ब्रिटिश अभिनेत्री एलिस पैटन हैं। जिसमें एक ब्रिटिश फिल्म छात्र के लेंस के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के पांच स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी दिखाई गई है, जो अपनी फिल्म की शूटिंग के दौरान पांच युवाओं में देशभक्ति की उत्कट भावनाएं पैदा करता है।