कोरोना की मार, बालिका वधु के निर्देशक फुटपाथ पर ठेला लगाकर सब्जी बेचने को मजूबर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रामवृक्ष गौड़ को अपने परिवार का पेट पालने के लिए ठेले पर सब्जी बेचनी पड़ रही है। हालांकि, इस परिस्थिति में डायरेक्टर रामवृक्ष ने पत्रकारों से बातचीत के दौरन बताया कि रियल लाइफ और रील लाइफ दोनों चलती हैं।;
देश में कोरोना महामारी की वजह से लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। इसका असर बड़े-बड़े लोगों पर भी दिख रहा है। मशहूर टीवी सीरियल 'बालिका वधु', कुछ तो लोग कहेंगे के डायरेक्टर रह चुके रामवृक्ष गौड़ आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। रामवृक्ष गौड़ अपने जिले आजमगढ़ में सब्जी बेचने को मजबूर हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रामवृक्ष गौड़ को अपने परिवार का पेट पालने के लिए ठेले पर सब्जी बेचनी पड़ रही है। हालांकि, इस परिस्थिति में डायरेक्टर रामवृक्ष ने पत्रकारों से बातचीत के दौरन बताया कि रियल लाइफ और रील लाइफ दोनों चलती हैं। लॉकडाउन में अपने बच्चे की परीक्षा दिलाने आए रामवृक्ष अब मुंबई नहीं जा पा रहे हैं। क्योंकि उन्हें परिवार की जिम्मेदारियों ने घेर लिया है। वह अपने परिवार का सब्जी बेचकर पेट पाल रहे हैं।
बजाया जा रहा है, देश में कोरोना वायरस की वजह सर लगे लॉकडाउन के कारण मुंबई में फिल्मों का काम भी बंद हो गया है। जानकारी के लिए आपको बता दें रामवक्ष गौंड़ ने यशपाल शर्मा, मिलिंद गुणाजी, राजपाल यादव, रणदीप हुडा, सुनील शेट्टी जैसे बड़े कलाकारों की फिल्म में बतौर सहायक निर्देशक काम भी किया है। रामवक्ष गौंड़ को फिल्मी दुनिया का 22 साल का अनुभव है।
मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जिले के निजामाबाद कस्बे के फरहाबाद निवासी रामवृक्ष साल 2002 में अपने दोस्त की मदद से मुंबई पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में खुद बनाए रखने के लिए काफी मेहनत की। उन्होंने पहले बिजली विभाग में काम किया, इसके बाद टीवी प्रोडक्शन में कई अन्य विभागों में भाग्य आजमाया था। जब एक्सपीरियंस बढ़ता गया तो उन्हें बतौर निर्देशन का मौका मिल गया।