कोरोना: जिन हाथों पर कत्ल के इल्जाम वो अब देशहित में कर रहे काम
रोहतक और पानीपत जेल के बंदी और कैदी मिलकर बना रहे मास्क और जरूरतमंदों के लिए खाना;
हरिभूमि न्यूज। रोहतक
किसी पर कत्ल का इलजाम है तो किसी पर जानलेवा हमले का। कोई लूट की सजा काट रहा है तो कोई चोरी की। मगर आज ये सब हाथ मिलकर देश के हित में काम कर रहे हैं और हरियाणा की जेलों में ये नई बयार बह रही है। शुरुआत हुई है रोहतक की जेल से। रोहतक जेल में करीब दो दर्जन कैदी दिनरात मेहतन करके पीजीआई रोहतक और अन्य सामन्य अस्पतालों के लिए मास्क तैयार करने में जुटे हैं।
मांग इतनी है कि कैदी दस-दस घंटे काम करने के बाद भी मांग को पूरी नहीं कर पा रहे हैं। अभी तक रोहतक जेल के कैदी हजारों मास्क तैयार कर पीजीआई और अन्य अस्पतालों में भिजवा चुके हैं। रोहतक जेल के सुपरीटेंडेंट सुनील सांगवान का कहना है कि ये समय आपदा का है और जेल के कैदी देश के हित में अपना योगदान देना चाहते हैं। काफी थकावट भरा काम होने के बावजूद कैदियों में जो उत्साह देखने को मिल रहा है वह काबिले तारीफ है। इस प्रोजेक्ट में हिस्सा लेने के बाद कई कैदियों की सोच में भी अहम बदलाव आया है और वो बहुत पॉजिटिव सोचने लगे हैं।
इसी तरह का प्रयास पानीपत जेल में भी चल रहा है। यहां बंदी और कैदी मिलकर दिनभर में करीब दो हजार जरूरतमंद लोगों का भोजन बनाकर भेज रहे हैं। जेल अधिकारियों का कहना है कि कैदी जिस उत्साह से इस कार्य में भाग ले रहे हैं उसे देखते हुए कहा जा सकता है एक तरह से आपदा के समय में ये सब भी देश के लिए एकजुट हैं। इससे उनके जीवन में भी बदलाव देखने को मिलेगा। कैदियों के इस नेक काम को देखते हुए प्रदेश की दूसरी अन्य जेल भी खाना व अन्य जरूरी सामान में मदद के लिए तैयार हो गई हैं और वहां भी काम शुरू हो चुका है।