Lockdown : बेबस प्रवासी मजदूरों को समझाने अब सड़क पर उतरे हरियाणा के ये मंत्री
कोरोना संक्रमण के चलते लगा लॉकडाउन (Lockdown) प्रवासी मजदूरों के लिए असहनीय हो गया है। मजदूरों के इस हालात को देखकर अब प्रशासन के साथ-साथ हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल सड़कों पर उतरकर उन्हें समझाने का प्रयास करने लगे हैं।;
हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर
कोरोना वायरस(Corona virus) के बचाव को लेकर लगाया गया लॉकडाउन (Lockdown) अब प्रवासी मजदूरों के लिए असहनीय हो गया है। वह अब मजबूर होकर पैदल, साइकिल व अन्य तरीकों से अपने घर लौट रहे हैं। जिन्हें रोकने के लिए अब प्रशासन के साथ-साथ प्रदेश के मंत्री भी सड़कों पर उतरकर उन्हें समझाने का प्रयास करने लगे हैं। शनिवार को हरियाणा के शिक्षा मंत्री (Education Minister of Haryana) ने विभिन्न राज्यों के जिला की सड़कों से गुजर रहे प्रवासी मजदूरों को समझाकर राहत शिविरों में भेजा।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल को शनिवार सुबह सूचना मिली थी कि पंजाब की ओर से सैकड़ों प्रवासी मजदूर जिले की सड़कों से पैदल, साइकिल व भिन्न भिन्न तरीकों से अपने घरों को लौट रहे हैं। उनके साथ छोटे-छोटे बच्चे व बुजुर्ग महिलाएं व पुरुष भी हैं। सूचना मिलते ही हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने सड़क मार्ग से पैदल जा रहे प्रवासी मजदूरों को बीच रास्ते में रोक लिया। उन्होंने प्रवासी मजदूरों को समझाया कि प्रदेश सरकार उन्हें उनके घरों तक सकुशल पहुंचाने के लिए इंतजाम कर रही है। इसलिए वह पैदल घर ना जाएं। क्योंकि उनके पैदल चलने से कोरोना के फैलने का खतरा है।
सकुशल भेजेंगे घर
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने प्रवासी मजदूरों को बताया कि प्रदेश सरकार उन्हें अगले आठ-दस दिन में सकुशल उनके घर भेज देगी। उन्हें अपने खाने-पीने व रहने की चिंता नहीं करनी चाहिए। प्रदेश सरकार उनके साथ है। उन्होंने प्रवासी मजदूरों को बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके घरों को भेज दिया है। उन्हें भी जल्द ही उनके घरों को भेज दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद सैंकड़ो प्रवासी मजदूर राहत शिविर में चले गए।