मुख्यमंत्री के रथ पर सवार हुए 'नाराज' राव इंद्रजीत, बेटी लड़ सकती है रेवाड़ी से चुनाव

हरियाणा विधानसभा चुनावों (Haryana Assembly Election) से पहले दक्षिण हरियाणा (South Haryana) कद्दावर नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत (Rao Inderjit Singh) की नाराजगी दूर हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Cm Manohar Lal) से नाराजगी दूर होने से यादव बाहुल्य क्षेत्र में भाजपा मजबूत हो गई है। ऐसे में उनकी बेटी आरती राव के चुनाव लड़ने की तस्वीर साफ हो गई है।;

Update: 2019-09-01 12:54 GMT

हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Haryana Cm Manohar Lal) की जन आशीर्वाद यात्रा (Jan Aashirwad Yatra) शनिवार को रेवाड़ी (Rewari) क्षेत्र में पहुंची। पिछले पांच सालों से मुख्यमंत्री से नाराज चल रहे केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत (Central State Minister Rao Inderjit Singh) धारुहेड़ा में मुख्यमंत्री के साथ रथ पर सवार हो गए।



जिसके बाद रेवाड़ी से लेकर अटेली तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ यात्रा में रहे। इस दौरान उनके बीच काफी नजदीकियां देखने को मिलीं। इसके अलावा उनकी बेटी आरती राव ने भी गोपाल देव चौक पर मुख्यमंत्री की यात्रा का स्वागत किया।

सीएम का खुलकर कर चुके हैं विरोध

इससे पहले कई कारणों से राव इंद्रजीत अलग-अलग मौकों पर मुख्यमंत्री का विरोध करते रहे हैं। इसमें चाहे अरावली का मुद्दा हो या रेवाड़ी में आयोजित सम्मान रैली हो। रेवाड़ी की सम्मान रैली में विधायक विक्रम यादव ने मनोहर लाल के विकासों की तारीफ कर दी थी। तब  राव इंद्रजीत ने यहां तक कह दिया था कि इलाके में विकास कार्य चापलूसी से नहीं बल्कि हमारे रूतबे से हुए हैं।



आरती राव का चुनाव लड़ना तय

मनोहर लाल और राव इंद्रजीत की नाराजगी दूर होने और नजदीकियां बढ़ने के बाद आरती राव का चुनाव लड़ना तय है। आरती राव रेवाड़ी से चुनाव मैदान में उतर सकती हैं। जहां पर अभी बीजेपी का कब्जा है। जानकारी के मुताबिक राव इंद्रजीत के लोकसभा चुनावों में गुरुग्राम से जीतने के बाद से ही इसके कायास शुरू हो गए थे। अब मुख्यमंत्री के साथ संबंध मधुर होने के बाद कायास लगभग पक्के हो गए हैं कि रेवाड़ी से बीजेपी आरती राव को उतारेगी।

पिता बीरेंद्र सिंह रह चुके हैं मुख्यमंत्री

राजा घराने से ताल्लुक रखने वाले राव इंद्रजीत के पिता राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हरियाणा के दूसरा मुख्यमंत्री बनने का इतिहास उनके नाम दर्ज है। राव बीरेंद्र सिंह ने ही विशाल हरियाणा पार्टी की स्थापना की थी। जिसके बाद राव इंद्रजीत भी इसी पार्टी से मैदान में उतरे। राव इंद्रजीत चार बार हरियाणा विधानसभा में चुनकर पहुंचे। इसके अलावा राज्य सरकार में मंत्री भी रहे हैं। 1998 में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे। 1998 से 2009 तक तीन बार सांसद रहने के बाद 2013 में भाजपा में शामिल हो गए। जिसके बाद भाजपा से 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव जीतकर मंत्री बने हैं।

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