युवकों का अपहरण कर मांगे 35 लाख, पुलिस के डर से छोड़ गए
हरियाणा के भिवानी में अपहरण का मामला सामने आया है। दो बाइकों पर सवार होकर आए चार युवकों ने स्कारपियो सवार दो युवकों का अपहरण कर लिया। आरोपितों ने दोनों युवकों को अज्ञात स्थान पर ले जाकर परिजनों को फोन करवाकर 35 लाख रुपए की फिरौती मांगी। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी।;
हरियाणा के भिवानी में अपहरण का मामला सामने आया है। दो बाइकों पर सवार होकर आए चार युवकों ने स्कारपियो सवार दो युवकों का अपहरण कर लिया। आरोपितों ने दोनों युवकों को अज्ञात स्थान पर ले जाकर परिजनों को फोन करवाकर 35 लाख रुपए की फिरौती मांगी।
पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी। बाद में आरोपित जिस गाड़ी में दोनों युवकाें का अपहरण करके डाले हुए थे, उस गाड़ी का दो अज्ञात गाडि़यों ने ओवरटेक किया तो आरोपी पुलिस के वाहन समझकर गाड़ी को बीच सड़क पर ही छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
पुलिस को दी शिकायत में पीडि़तों ने बताया कि वे 28 मई को शाम के वक्त गाड़ी में ब्रेक ऑयल व कुलंट डलवा कर गांव के लिए निकले थे। गाड़ी में वह और एक अन्य युवक दोनों ही गांव मधमाधवी के ही थे। वे गांव मानहेरू पहुंचने के बाद एक होटल से खाना पैक करवाया और वे रेलवे स्टेशन की तरफ चले गए। वहां उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और खाना खाने लगे। इतनी ही देर में दो बाइकों पर सवार होकर चार युवक आए।
उन्होंने बाइक रोक कर उनकी गाड़ी को घेर लिया। उनमें से एक युवक ने उसकी कनपटी पर पिस्तौल लगा दी और गाड़ी से नीचे उतार लिया। इसी एक अन्य युवक ने उसके साथ की कनपटी पर पिस्तोल लगाकर नीचे उतार लिया। तीसरे आरोपित ने उनके हाथ कमर के पीछे बांध दिए और गाड़ी की बिचली सीट पर डाल दिया। उनके मुंह में कपड़ा ठूस कर टेप लगा दी। वे उनको अज्ञात स्थान पर ले गए।
व्हाटसएप कॉल के जरिए मांगे फिरौती
पीडि़तों ने पुलिस को बताय कि उनको गाड़ी में डालने के बाद एक साईड एक व दुसरी साईड में दूसरा आरोपी बैठ गा। उनमें से एक युवक गाड़ी चलाने लगा। चौथा आरोपित हाथ में चाकू लिए हुए अगली सीट पर बैठा हुआ था। वे उनको सूनसान जगह पर ले गए। पूरी रात उनको गाड़ी में रखा। दोनों के मोबाइल छीने और उनमें से एक की सीम निकालकर फेंक दी तो दूसरा मोबाइल बंद करके गाड़ी के डेस्क बोर्ड में डाल दिया।
अगले दिन आरोपितों ने न जाने किस तरह से अपने फोन से मेरे फोन को कनेक्ट करके वीडियो कॉल के जरिए मेरे भाई से मेरी बात कराई। उनके छोड़े जाने की ऐजव में 35 लाख रुपए दिए जाने की मांग की। साथ ही कहा कि अगर पुलिस को सूचित किया तो अंजाम बूरा होगा। आरोपितों ने बताया कि उनके गांव में एक व्यक्ति छोड़ा हुआ है और व पल-पल की खबर उन तक पहुंचा रहा है।
पैसें का इंतजाम कम होने पर तैश में आया आरोपित
उनके परिजनों से पैसे की बात कराने के बाद आरोपितों ने शीघ्र पैसे दिए जाने की मांग की। इस पर उसके परिजनों ने 35 लाख रुपए एकत्रित करने के लिए दो दिन का समय मांगा। दो दिन बाद आरोपितों ने फिर मेरे ही फोन से वीडियो कॉल की तो उनके परिजनों ने पूरे पैसे इक्कठ्ठे न होने की कही तो आरोपित ने उस पर गुस्से में लाल होकर पिस्तोल तान दी। फिर आरोपित ने उसके चाचा से बात की तो चाचा ने बताया कि पैसों का लगभग इंतजाम हो गया है। वे शीघ्र पैसे पहुंचा देंगे।
दो गाडि़यों ने ओवरटेक किया तो आरोपी पुलिस समझ कर भागे
पीडि़तों ने बताया कि अभी उसके चाचा से आरोपितों की बात चल रही थी कि अचानक उनकी गाड़ी के दोनों तरफ से दो गाडि़यों ने ओवरटेक किया तो आरोपितों ने समझा की पुलिस पहुंच गई है। पुलिस समझकर वे गाड़ी को सड़क के बीच में ही छोड़कर वहां से फरार हो गए। उसके बाद उनमें से एक ने गाड़ी का स्टेयरिंग संभाला और दूसरे ने डैस्क बोर्ड में रखे बंद मोबाइल को बाहर निकालकर परिजनों को सूचना दी।
साथ ही उन्होंने इस बारे में पुलिस को भी सूचित किया। वे वहां से निकलकर गांव हडौदा पहुंच गए। कुछ ही देर बाद मौके पर पुलिस के साथ परिजन पहुंच गए। पुलिस ने पीडि़तों की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।