गांव में आबकारी विभाग ने खोला शराब का ठेका, ग्रामीणों ने जड़ दिया ताला

गांव भालौठ में ठेके खुलने का ग्रामीणों ने विराेध जता दिया। ग्रामीणों ने गुस्से में ठेके पर ही ताला जड़ दिया। हंगामे की सूचना मिलने पर तहसीलदार और आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग सुनी और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी बात आलाधिकारियों तक पहुुंचा दी जाएगी।;

Update: 2020-05-09 01:51 GMT

गांव भालौठ में ठेके खुलने का ग्रामीणों ने विराेध जता दिया। ग्रामीणों ने गुस्से में ठेके पर ही ताला जड़ दिया। हंगामे की सूचना मिलने पर तहसीलदार और आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग सुनी और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी बात आलाधिकारियों तक पहुुंचा दी जाएगी। इसके करीबन दो घंंटे बाद अधिकारियोें के आग्रह पर ताला खोल दिया गया।

मामले के अनुसार, जिला में शराब ठेके खोले जाने का तीसरा दिन है। भालौठ की पंचायत ने आबकारी विभाग को पहले ही ही एक प्रस्ताव पास कर भेजा था कि वर्ष 2020-21 में गांव में शराब ठेका नहीं खुुलना चाहिए। विभाग ने प्रस्ताव को नहीं मानते हुए दो दिन पहले गांव में ठेका खोल दिया गया। जिसका विरोध शुरू हो गया। दोपहर 12 बजे ग्रामीण एकजुट होना शुरू हो गए। वह ठेके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने कहा कि वह किसी भी हाल में गांव में शराब का ठेका नहीं खुलने देंगे। इससे गांव के युवाओं में गलत असर जाएगा। जबकि वह काफी दिनों से ठेके का विरोध जताते आ रहे हैैं।

ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए ठेके पर ही ताला जड़ दिया। ठेकेदार ने मामले की जानकारी अधिकारियों को दी। जिसके बाद तहसीलदार राजेश कुमार और आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर सुमेर सिंह गांव में पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को जानकारी दी कि नियमों के तहत ही ठेका खोला गया है। लेकिन ग्रामीण नाराज हैं तो उनकी शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंचा देंगे। उनके आश्वासन पर ग्रामीणों ने ताला खोल दिया। ग्रामीणों ने बताया कि अगर दोेबारा ठेका खोला गया तो वह आंदोलन करने से भी नहीं हटेंगे। मौके पर महाबीर, धीर शास्त्री, यशवीर सिंह, करतार सिंह, जगबीर शास्त्री, ऋषिपाल और संजय समेत अन्य ग्रामीण शामिल रहेे।

गांव से पकड़े गए थे अवैध शराब के मामले-

भालौठ के सरपंच बलबीर सिंह का कहना है कि उन्होंने गांव में अवैध शराब के दो मामले प्रशासन को बताए थे। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इस बात को देखते हुए पंचायत का प्रस्ताव खारिज कर दिया। विभाग का कहना है कि जहांं अवैध शराब के मामले आते हैं वहां ठेका खोला जाएगा। हालांकि ग्रामीण लगातार ठेके का विरोेध जताते आए हैं। ग्रामीण सोमवार को उपायुुक्त से मुलाकात करेंगे।

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