Shops without Shopkeepers: सीसीटीवी और बिना दुकानदार के सालों से चल रही दुकानें, ग्राहकों पर है भरोसा
आपने देखा होगा कि अब बड़े मॉल्स में नहीं बल्कि छोटी दुकानों पर भी सीसीटीवी लगाए जाते हैं ताकि चोरी जैसी घटनाओं को रोका जा सके। लेकिन एक जिला है, जहां दुकानों पर न तो सीसीटीवी लगे हैं और न ही दुकानदार मौजूद रहता है। बावजूद इसके लोग खरीदारी कर लेते हैं। पढ़िये कौन सी है वो जगह, जहां लोगों की ईमानदारी बन रही मिसाल।;
Shops without shopkeepers: आज ऑनलाइन शॉपिंग का दौर आ गया है, लेकिन कई ऐसी चीजें हैं, जिसे खरीदने के लिए हमें स्वयं दुकानों तक जाना होता है। बड़ी हो या छोटी दुकान, ज्यादातर जगह सीसीटीवी लगे दिखाई देते हैं। यही नहीं, कई जगह तो दुकानदार एक नौकर की ड्यूटी लगा देता है कि नजर बनाए रखे। बावजूद इसके देश का एक राज्य ऐसा है, जहां एक स्थान पर बिना सीसीटीवी और बिना दुकानदार के सालों से दुकानें चल रही हैं। ऐस नहीं है कि दुकानदार बेफिक्र या लापरवाह हैं, बल्कि यह भरोसा खरीदारी करने वाले लोगों की वजह से है। लोग चाहे महंगी चीज खरीदें या सस्ती, खरीदारी के बाद नजदीक में रखें बॉक्स या थैले में पैसा रख देते हैं। यह अजीबोगरीब लग रहा होगा, लेकिन लोगों का भरोसे और ईमानदारी सभी के लिए मिसाल बन रहे हैं।
मिजोरम के आइजोल में हैं ये दुकानें
बिना दुकानदार की यह दुकानें मिजोरम में है। राजधानी आईजोल से 11 किलोमीटर के दूरी पर यह दुकानें हैं। यहां दुकान पर शॉपकीपर नहीं होते हैं। यहां पर सभी चीजों की दुकानें हैं। यहां न कोई मोल-भाव होता है और न कोई परेशानी। ग्राहक अपनी पसंद के अनुसार सामान खरीद लेते हैं। इसके बाद कैश काउंटर पर बिल राशि रख देते हैं।
खेती करने के साथ लगाते हैं दुकान
इस दुकानों पर दुकानदार अपनी खेती करके खुद से दुकान लगाते हैं। दिनभर खेती में लगे रहते हैं और दुकानें भी चलती रहती हैं। यहां इस दुकानों को वहां के स्थानीय भाषा में नगाह लोह द्वार से जाना जाता है। आज भी ऐसा मामला सामने नहीं आया, जहां किसी दुकानदार को चोरी की शिकायत दर्ज करानी पड़ी हो। दुकानदार मानते हैं कि लोगों की ईमानदारी की वजह से ही यह भरोसा बना है। तो अगर आप भी आइजोल जा रहे हैं तो इन दुकानों को अवश्य देखने जाइये, जहां आपको भाईचारे की एक अलग ही तस्वीर दिखाई देगी।