वर्चुअल कृषि मेला के लिए 15 हजार किसानों ने अब तक करवाया पंजीकरण

इस वर्चुअल कृषि मेले को विश्वविद्यालय (University) के विभिन्न जिलों में स्थापित कृषि विज्ञान केंद्रों (Agricultural science centers) के माध्यम से एलईडी स्क्रीन या प्रोजेक्टर पर लाइव दिखाए जाने के लिए भी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं ताकि अधिक से अधिक किसान इस मेले का लाभ उठा सकें।;

Update: 2020-10-11 07:50 GMT

हिसार। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (Haryana Agricultural University) की ओर से आगामी 13 व 14 अक्टूबर को आयोजित किए जाने वाले दो दिवसीय वर्चुअल कृषि मेले में फिजिकली मेले की तुलना में अधिक किसान जुड़ने की संभावना है। यह आशा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने मेले की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक के दौरान व्यक्त की।

उन्होंने बताया कि वर्चुअल मेले के लिए अब तक करीब 15 हजार किसानों ने पंजीकरण करवा लिया है और उम्मीद है कि मेले के दिन तक फिजिकली कृषि मेले में आने वाले किसानों से अधिक संख्या में किसान ऑनलाइन माध्यम से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश व विदेश के किसान इस वर्चुअल कृषि मेले में विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर दिए गए लिंक के माध्यम से यू-ट्यूब, फेसबुक व ऑनलाइन लिंक से भी जुड़ सकेंगे। इसके लिए एचएयू कृषि मेला डॉट कॉम लिंक विश्वविद्यालय द्वारा पहले ही जारी किया जा चुका है। इस वर्चुअल कृषि मेले को विश्वविद्यालय के विभिन्न जिलों में स्थापित कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से एलईडी स्क्रीन या प्रोजेक्टर पर लाइव दिखाए जाने के लिए भी दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं ताकि अधिक से अधिक किसान इस मेले का लाभ उठा सकें।

बीज की उचित व्यवस्था के लिए दिए निर्देश

कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक तकनीक व नवीनतम जानकारी के साथ उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध करवाना है। इसलिए प्रत्येक कृषि विज्ञान केंद्र यह सुनिश्चित करें कि उसके क्षेत्र में किसी भी किसान को बीज आदि को लेकर कोई परेशानी न हो।

कुरुक्षेत्र व सोनीपत के वैज्ञानिकों से किया संवाद

वर्चुअल मेले की रिहर्सल के दौरान प्रोफेसर समर सिंह ने कृषि विज्ञान केंद्र कुरूक्षेत्र व सोनीपत के वैज्ञानिकों से संवाद किया। इस दौरान वीडियो की क्वालिटी, आवाज की स्पष्टता व तकनीकी पहलुओं को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की।

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