NRI के खाते से निकाले 2 करोड़ : जमीन खरीदने के लिए डाली थी राशि, बैंक में हंगामा, सुसाइड की दी धमकी

2 उपभोक्ताओं के खाते से नकदी धोखाधड़ी से चेक द्वारा अन्य के खाते में ट्रांसफर कर दी गई और उन्हें भनक तक नहीं लगने दी। अब उन्हें पता चला तो उन्हें उनके पैसे वापस नहीं दिए जा रहे। आरोप लगाने वालों में एक एनआरआई भी शामिल है। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।;

Update: 2023-07-25 12:58 GMT

Fatehabad  : रतिया में 2 उपभोक्ताओं ने काफी संख्या में लोगों को साथ लेकर एचडीएफसी बैंक के बाहर हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि उनके खाते से नकदी धोखाधड़ी (Fraud) से चेक द्वारा अन्य के खाते में ट्रांसफर कर दी गई और उन्हें भनक तक नहीं लगने दी। अब उन्हें पता चला तो उन्हें उनके पैसे वापस नहीं दिए जा रहे। आरोप लगाने वालों में एक एनआरआई भी शामिल है। उसने पैसे वापस न मिलने पर सुसाइड की चेतावनी दे डाली। एक के खाते से 2 करोड़ और दूसरे के खाते से 70 लाख रुपए ट्रांजैक्शन होने की बात कही जा रही है। बैंक मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताया। मामले में पुलिस को भी शिकायत दी गई है।

रतिया के कुनाल निवासी लखविंद्र ने बताया कि वह 25 सालों से इटली में रह रहा है और खेती बाड़ी करता है। डेढ साल से रतिया के एचडीएफसी बैंक में उसका खाता है। अब वह यहां जमीन लेना चाहता था, इसलिए उसने खाते में 2 करोड़ रुपए डलवाए हुए थे। उसने आरोप लगाया कि मैनेजर व स्टाफ ने मिलकर खुद ही चेक बुक अप्लाई की, अपने आप ही रिसीव की और फर्जी आधार पर उसके खाते से नकदी ट्रांसफर कर दी। आरोप है कि राशि स्टाफ के घरेलू खाते में भेजी गई है। एक दिन में 10 लाख से 30 लाख की तीन-तीन ट्रांजेक्शन की गई हैं। इस मामले में उसने चार दिन पहले पुलिस को शिकायत दे दी है।

वहीं रतिया के ही अमृतपाल ने बताया कि उन्होंने जमीन बेची थी, जिसकी राशि खाते में आई थी, इसकी 10 से 20 लाख रुपए की एफडी बनवा दी थी। अब उनके खाते से पैसे एक स्टाफ सदस्य के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए हैं और राशि निकलने पर उनके पास कोई ओटीपी या मैसेज नहीं पहुंचा। उन्होंने मिलीभगत के आरोप लगाए। वहीं मैनेजर ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि सारी ट्रांजेक्शन चेक द्वारा हुई है और प्रोपर सब पर अमाउंट, डेट और साइन हैं। कुछ ट्रांजेक्शन को टेली वेरिफाइड होने की बात भी सामने आ चुकी है। फिर भी मामले की जांच बैंक स्तर पर करवाई जाएगी।

क्या कहते हैं एसएचओ

एसएचओ जय सिंह ने बताया कि जो शिकायत लखविंदर सिंह द्वारा बैंक कर्मचारियों के खिलाफ दी गई है, उसके बारे में बैंक से रिकॉर्ड तलब किया गया है। जब बैंक द्वारा रिकॉर्ड उपलब्ध करवा दिया जाएगा, उसको जांच के लिए इकनोमिक सेल में भेज दिया जाएगा और जांच के अनुसार नियम अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।

मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार : बैंक मैनेजर

इस बारे में बैंक मैनेजर यश नारंग ने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप निराधार है। नियमानुसार क्लीयरिंग में जो चेक आते हैं, बैंक कर्मचारियों द्वारा खाताधारक के हस्ताक्षर मिलान करके चेक को क्लियर कर दिया जाता है। इस केस में भी ऐसे ही हुआ है। मुझ पर जो आरोप लगाए गए हैं, निराधार हैं। इस मामले की शिकायत पुलिस में दी गई है और पुलिस द्वारा उनसे जांच में जो रिकॉर्ड मांगा जाएगा, वह उपलब्ध करवा देंगे। 

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