Mushroom Farming : मशरूम कंपोस्ट व प्रोडक्शन यूनिट लगाने पर मिलेगा 40 प्रतिशत का अनुदान
मशरूम के गुणकारी लाभों के चलते बाजार में इसकी मांग में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। किसानों में इसकी खेती की सही जानकारी के अभाव में यह बाजार में अधिक मात्रा में उपलब्ध नहीं होता। जबकि बाजार में इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।;
हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर
किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने किसानों को जिलावार मशरूम कंपोस्ट यूनिट लगाने पर 40 प्रतिशत का अनुदान देने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही जिले यमुनानगर में हाइड्रोपोनिक के लिए चार हजार स्क्वायर मीटर का लक्ष्य रखा गया है।
जिला उपायुक्त राहुल हुड्डा ने बताया कि मशरूम के गुणकारी लाभों के चलते बाजार में इसकी मांग में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। किसानों में इसकी खेती की सही जानकारी के अभाव में यह बाजार में अधिक मात्रा में उपलब्ध नहीं होता। जबकि बाजार में इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला के किसान फसल विविधिकरण के तहत इसकी खेती को अपनाकर बाजार से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
जिला बागवानी अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि दोनों यूनिट की अधिकतम यूनिट कोस्ट 20 लाख निर्धारित की गई है। जिसमें 40 प्रतिशत राशि अनुदान स्वरूप दी जाएगी। इसके साथ ही जिला में हाइड्रोपोनिक के लिए चार हजार स्क्वायर मीटर का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 3450 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर यूनिट कोस्ट रखी गयी है व इसके लिए 35 प्रतिशत राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ जिला में राइपिंग चाम्बर के लिए 300 एमटी का लक्ष्य निर्धारित है। जिसमें 35 प्रतिशत राशि का अनुदान दिया जाएगा। अनुदान योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अनुदान राशि विभागीय गाइडलाइंस अनुसार ही दी जाएगी।