रेलवे में टिकट चेक करने की नौकरी लगाने का झांसा देकर 7 लाख हड़पे, मांगने पर मिल रही धमकी
पीड़ित की इस शिकायत पर सिटी पुलिस ने नामजद व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 406,420 के तहत केस दर्ज किया है।;
नारनौल। रेलवे विभाग में टिकट चैक करने वाली टीटी की पोस्ट पर नौकरी लगवाने के नाम पर बेरोजगार व्यक्ति ने सात लाख पांच हजार रुपये देने का आरोप रेलवे में ही कार्यरत नामजद पर लगाया है। नौकरी नहीं लगने पर पैसा वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी मिल रही है। पीड़ित की इस शिकायत पर सिटी पुलिस ने नामजद व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 406,420 के तहत केस दर्ज किया है।
गांव गहली वासी शिकायतकर्ता राजबीरसिंह ने बताया है कि वह बेरोजगार व्यक्ति है और बीए तक शिक्षा ग्रहण की है। गांव नसीबपुर में रहने वाले जगदीश ने बताया था कि उसका एक जानकार आदमी नवीन है। वह रेलवे विभाग में नौकरी करता है और पैसे लेकर गारंटी से रेलवे विभाग में नौकरी लगवाता है। जगदीश ने इस व्यक्ति नवीन को अपने घर बुलाया। वहां नवीन ने कहा कि उसकी उच्च अधिकारियों तक पहुंच है। आठ लाख रुपये लाकर दो, टिकट चैक करने की रेलवे विभाग में नौकरी लगवा देगा। वह उसकी बातों में आ गया और कागजात दे दिए। इस दौरान आरोपित ने कहा कि वह वहीं पर जाकर फार्म भरेगा और फोन करके बुला लेगा। वहां आ जाना। उच्च अधिकारियों को पैसा देकर सेंटिंग कर लेगा। इस प्रकार से आरोपित ने पांच लाख रुपये पीडि़त शिकायतकर्ता से जगदीश के घर पर उसके सामने लिए गए। बाकी पैसा यूनियन बैंक के नामजद खाता में तीन दिसंबर 2021 को 50 हजार ट्रांसफर किए गए। उसी दिन उसके बैंक खाता में 50 हजार जमा करवाएं। अगले दिन चार दिसंबर को 30 हजार फोन से ट्रांसफर किए। नौ दिसंबर को 20 हजार रुपये ट्रांसफर किए और 24 दिसंबर को 30 हजार व चार जनवरी 2022 को 5 हजार, छह जनवरी को 5 हजार, पांच फरवरी को 10 हजार, 13 फरवरी को पांच हजार फोन से ट्रांसफर किए गए। इस तरह आरोपित के पास सात लाख पांच हजार दिए गए।
शिकायतकर्ता का कहना है कि आरोपित ने उसे 24 दिसंबर 2021 को बडोदा हाउस दिल्ली और 20 जून 2022 को रेलवे स्टेशन जयपुर बुलाया। वहां पहुंचने पर आरोपित ने मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया। इंतजार के बाद वह वापस आ गया। बार-बार कॉल की और पैसा वापस मांगा, इसके बाद आरोपित ने मोबाइल बंद कर लिया। कभी कॉल रिसीव करता है तो ाूठे आश्वासन देता रहता है। शिकायतकर्ता ने बताया है कि वह पांच लाख रुपये तो दो रुपये प्रति सैकड़ा प्रति माह के हिसाब से ब्याज पर लेकर आया था बाकी रुपये पिता व अन्य लोगों से लिए थे। पैसा मांगने पर अब धमकी मिल रही है।