दांतों की देखभाल शरीर के अन्य अंगों की तरह करें, 80 प्रतिशत लोगों को दांतों में केरिज की शिकायत
कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय व नेशनल ओरल हैल्थ मिशन हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।;
रोहतक। दांतों की देखभाल शरीर के अन्य अंगों की तरह करें क्योंकि ओरल हेल्थ हमारे शरीर में अहम रोल निभाती है। हमें संकल्प लेना चाहिए कि ब्रश दिन में दो बार, दो मिनट हर बार। इतना तो समय हम अपने दांतों के लिए निकाल सकते हैं। ये बात नेशनल हैल्थ प्रोग्राम के इंचार्ज डॉ. एल स्वास्तिचरण ने डेंटल कालेज में आयोजित सील मोलर ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर वर्कशाप फॉर डेंटल सर्जन के दौरान कही।
डॉ. स्वास्तिचरण ने कहा कि ओरल हैल्थ और जनरल हैल्थ को एक साथ मिलकर सहयोग से कार्य करना चाहिए ताकि लोगों के दांतों को स्वस्थ रखा जा सके। डॉ. संजय तिवारी ने कहा कि आज करीब 80 प्रतिशत लोगों को दांतों में केरिज की शिकायत पाई जाती है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जब कीड़ा दांत में उगना शुरू होता है तो उसको सील कर देने पर दांत को बचाया जा सकता है। पब्लिक हेल्थ डेंटिसटरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजूनाथ ने वर्कशाप में लाइव इलाज करके दिखाया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों के दांतों के बीच में जो दरार होती है, अगर उसको कीड़ा लगने से पहले ही भरवा लें तो कीड़ा लगने की संभावना न के बराबर हो जाती है।
कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय व नेशनल ओरल हैल्थ मिशन हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। डॉ. मंजूनाथ ने बताया कि इसमें 51 डेंटल सर्जन की ट्रेनिंग और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्रदान की गई ताकि अब वे इसे प्रदेश के बच्चों का इलाज आसानी से कर पाएंगे और बच्चों में दांतों के कीड़े का रोकथाम किया जा सकेगा। कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि वर्कशाप से पूरे प्रदेश के दंत विशेषज्ञों को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम अपने दांतों को प्रिवेंटिव केयर से केरिज फ्री बना सकते हैं।
बच्चों के दांतों की जांच की
कुलसचिव डॉ. एचके अग्रवाल ने कहा कि वर्कशाप के साथ बच्चों के दांतों की भी जांच की गई, उससे विद्यार्थियों को भी फायदा मिला है। निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने कहा कि डॉ. संजय तिवारी हमेशा अपने चिकित्सकों को नवीनतम तकनीक से अपडेट रखते हैं।वहीं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ईश्वर सिंह ने कहा कि दांत शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।