मैंने इस्तीफा देकर सभी बहरूपियों को बेनकाब कर दिया: अभय चौटाला
उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा में जब कृषि कानून लागू करने के लिए लाए गए तो मैंने उसी दिन फैसला कर लिया था कि मैं विधानसभा का हिस्सा नहीं रहूंगा।;
हरिभूमि न्यूज नारनौंद (हिसार)
मंगलवार को नारनौंद के गांव राखी में बारह खाप के निर्माणाधीन चबूतरे पर बारह खाप द्वारा किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया गया। वहां मौजूद किसान नेताओं ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी अभय चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा देकर ताऊ देवीलाल की बलिदानी परंपरा को आगे बढ़ाया है।
महापंचायत में इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस कोरोना काल में एक राजनीतिक कमेटी बनाई थी जिसका सदस्य उन्हें भी बनाया था और उन्होंने सरकार को सुझाव दिया था कि हरियाणा के किसान की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाए लेकिन हरियाणा सरकार ने कोरोना की आड़ में 9 बड़े घोटाले किए और केंद्र सरकार ने 3 काले कृषि कानून बनाए।
अभय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायदे किए थे की प्रधानमंत्री बनते ही पहली कलम से किसानों के ऋण माफ किए जाएंगे, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करेंगे, कृषि लागत से 1.5 गुणा मूल्य दिया जाएगा लेकिन प्रधानमंत्री बनते ही अपने किए वायदों से मुकर गए और किसानों को मारने के लिए 3 काले कृषि कानून लागू कर दिए। हरियाणा विधानसभा में जब कृषि कानून लागू करने के लिए लाए गए तो कांग्रेस के विधायक विरोध करने की बजाय वॉकआउट कर गए। मैंने उसी दिन फैसला कर लिया था कि मैं ऐसी विधानसभा का हिस्सा नहीं रहूंगा जहां किसानों का अपमान किया गया हो। कुछ लोग कटाक्ष कर रहे थे की उंगली कटाकर शहीद होने का ड्रामा कर रहे हैं लेकिन मैंने इस्तीफा देकर सभी बहरूपियों को बेनकाब कर दिया है।
इनेलो नेता ने लोगों से आग्रह करते हुए कहा की इस आंदोलन को मजबूती देने के लिए यदि एक घर से 2 लोगों को जाना पड़े तो हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। किसान किसी के साथ कभी छेडख़ानी नहीं करता लेकिन सरकार ने किसानों के साथ छेडख़ानी की है। मैं भगवान से आशा करता हूं कि सरकार को सद्बुद्धि दे जिससे सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर किसानों को राहत दे। उन्होंने कहा की जो 25 लाख रुपए बारह खाप चबूतरे के निर्माण के लिए देने की पहले घोषणा की थी, वे एक महीने के अंदर अंदर मिल जाएंगे।