Abhay Singh Chautala बोले : भावांतर भरपाई की आड़ में किया गया घोटाला
- मुख्यमंत्री ने कृषि मेले को चुनावी अखाड़ा बनाते हुए मेले की बदली तारीख
- मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर प्रदेश के कई किसानों की जमीन दूसरे लोगों के नाम पर दर्ज कराई
- भाजपा-जजपा की किसान विरोधी नीयत के कारण कृषि मेले को समय पर न करवाकर जानबूझ कर आगे टाला
;
Haryana : इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भाजपा-जजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में अब तक हुए घोटालों में एक घोटाला और जुड़ गया है। किसानों को उसकी फसलों की कीमत के लिए दी जाने वाली भावांतर भरपाई की आड़ में एक और घोटाला सामने आया है। मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर प्रदेश के कई किसानों की जमीन दूसरे लोगों के नाम पर दर्ज कराई और भावांतर भरपाई द्वारा रुपए उनके खातों में जमा करके करोड़ों रुपयों का घोटाला किया गया है।
उन्होंने कहा कि झज्जर जिला के किसानों ने इसकी शिकायत जिला कृषि अधिकारी को की, जो जांच के बाद सही पाई गई। सरकार ने 2 साल में भावान्तर भरपाई में 1700 करोड़ रुपए किसानों के नाम पर खातों में डाले हैं, लेकिन कई किसानों को तो यह पता ही नहीं है कि उनकी जमीन पर किसके खाते में पैसे डाले गए हैं। यह हालात प्रदेश के सभी जिलों में है। अकेले हिसार जिले में कई हजार एकड़ में बाजरे की फसल का नूंह और चंडीगढ़ के लोगों के नाम रजिस्ट्रेशन है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा किसान मेले को राजनीतिक प्लेटफॉर्म के तौर पर इस्तेमाल करने का दूसरा आरोप जड़ते हुए कहा कि हर साल की तरह इस बार भी 13-14 सितंबर को किसान मेला आयोजित होना था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कृषि मेले को चुनावी अखाड़ा बनाते हुए मेले की तारीख अपनी सुविधा के अनुसार 8, 9 और 10 अक्टूबर कर दी, जिसके कारण किसानों को बहुत नुकसान हुआ है।
किसानों की बर्बाद हो चुकी खरीफ फसल के कारण खेत को खाली करके रबी फसल समय पर बोने के लिए समय पर बीज की जरूरत थी, क्योंकि फसल-चक्र मौसम और समय के अनुसार निर्धारित होता है, लेकिन भाजपा-जजपा की किसान विरोधी नीयत के कारण इस कृषि मेले को समय पर न करवा कर जानबूझ कर आगे टाला गया। सबसे बड़ी बात यह कि रबी की फसल बोने के लिए किसानों को बीज भी उपलब्ध नहीं करवाया गया।
यह भी पढ़ें - Ambala : दोस्त के घर जाकर पंखे से लटका युवक, कारणों का नहीं हो पाया खुलासा