शैक्षणिक सत्र 2023-24 की तैयारियां शुरू : पुस्तक छपाई के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों से मांगा कक्षावार विद्यार्थियों का डाटा

शिक्षा विभाग ने संबंधित विद्यालय मुखियाओं को निर्देश दिए हैं कि वह 15 नवंबर तक अपने-अपने विद्यालय की कक्षावार विषयवार छात्र संख्या विभाग के एमआइएस पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश जारी किए हैं।;

Update: 2022-11-14 06:35 GMT

महेंद्रगढ़। शिक्षा विभाग ने सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों को समय पर किताबें उपलब्ध करवाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित ना हो। पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए पुस्तकें की छपाई का कार्य शुरू किया जाना है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने संबंधित विद्यालय मुखियाओं को निर्देश दिए हैं कि वह 15 नवंबर तक अपने-अपने विद्यालय की कक्षावार विषयवार छात्र संख्या विभाग के एमआइएस पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश जारी किए हैं।

शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय स्कूलों के पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को मुफ्त किताबें उपलब्ध करवाई जाती हैं। कोरोना महामारी के चलते सत्र 2020-21 व सत्र 2021-22 के लिए विद्यार्थियों को नई मुफ्त पुस्तकें नहीं मिली थी। विद्यार्थियों को पुरानी किताबों से ही काम चलाना पड़ रहा था। वहीं सत्र 2022-23 में भी आधा सत्र बीत जाने के बाद किताबें उपलब्ध हो पाई। किताबे समय पर नहीं मिल पाने के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई थी। शिक्षा विभाग ने बीते सत्र से सबक लेते हुए सत्र 2023-24 में बच्चों को समय पर किताबे उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। नए सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों को किताबों के लिए परेशानी नहीं हो, इसके लिए शिक्षा विभाग अभी से तैयारी में लग गया है। शिक्षा विभाग ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर 15 नवंबर तक पोर्टल पर डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग की ओर जारी किए गए पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि अगर किसी विद्यालय द्वारा एमआइएस पोर्टल पर छात्र संख्या सही नहीं भरने के कारण पाठ्य पुस्तकें कम या ज्यादा पहुंचती हैं तो इसके लिए संबंधित विद्यालय स्वयं जिम्मेदार होगा।

पोर्टल पर अपडेट डाटा के अनुसार मिलेगी पुस्तकें

बीईओ अलका ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से पत्र जारी किया गया है कि पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का कक्षावार विषयवार डाटा एमआइएस पोर्टल पर अपलोड किया जाए। इसके लिए सभी स्कूल मुखियाओं को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने-अपने स्कूल का डाटा पोर्टल पर अपडेट करें। एमआइएस पोर्टल पर अपलोड किए गए डाटा के अनुसार ही विभाग द्वारा पुस्तकें भेजी जाएंगी।

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