अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास बोले, पहले हरियाणा के किसानों का रखेंगे ख्याल
एसीएस दास ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आने वाले किसानों को लेकर कोई दिक्कत नहीं, लेकिन पांच छह अक्टूबर को उनके लिए भी खोल देंगे पोर्टल पंजीकऱण के बाद ही आ सकते हैं।;
चंडीगढ़। हरियाणा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास (Additional Chief Secretary PK Das) ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में कोविड की चुनौती को ध्यान में रखते हुए हमने मंडियों (mandis) में अपने प्रदेश के किसानों के लिए इंतजाम किए है। हरियाणा (Haryana) के किसान भी मंडी में मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकऱण (Registration) कर समय लेकर आ रहे हैं, ताकि व्यवस्था बनी रहे हैं। पड़ोसी राज्यों से आने वाले किसानों (Farmers) के लिए भी पोर्टल खुलेगा लेकिन पांच व छह अक्टूबर को।
एसीएस दास ने कहा कि हरियाणा में हमारी जवाबदेही अपने किसानों को लेकर है, जिसके लिए हमने व्यवस्था तैयार की है। पड़ोसी राज्यों के किसानों की जिम्मेवारी वहां के अफसरों और सरकारों की है। दास ने यह भी कहा कि बासमती अथवा कोई अन्य उत्पाद अगर प्राइवेट किसी व्यापारी को बेचते हैं, तो हमें कोई आपत्ति नहीं हैं। लेकिन हमारी मंडियों में फिलहाल प्रदेश के जिन किसानों को समय दिया गया है, उनका माल ही प्राथमिकता पर खरीदा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पहले एक अक्टूबर से खरीद होती थी लेकिन इस बार हमने 198 मंडियों में खुरीद की शुरुआत कर दी है। उन्होंने कहा कि सभी मंडियों में सेनेटाइजेशन व कोविड से बचाव के लिए सारी व्यवस्था की गई है।
दास ने साफ दिया है कि मंडी में जो भी किसान आ रहे हैं, उनको अपनी अफसर को सुखाकर ही लाना चाहिए क्योंकि 17 फीसदी से ऊपर नमी वाले माल की खरीद तुरंत नहीं होगी इसके नीचे वाले में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने यूपी के किसानों का माल रोक देने और कईं तरह की अफवाहों को निराधार बताया व कहा कि मंडियों में अचानक ही भीड़, बिना बुलाए पहुंच जाने से अफरातफरी का माहौल होगा, जिससे व्यवस्था बिगड़ जाएगी, इसीलिए बाहर से किसानों को माल लाना है, तो भी पंजीकरण के बाद ही ला पाएंगे।