10वीं के फर्जी प्रमाणपत्रों से लिए दाखिले : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने दर्ज करवाई एफआईआर
कोरोना काल में कुछ शिक्षण संस्थानों ने 10वीं कक्षा का फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर 11वीं व 12वीं में बच्चों को दाखिला दिलवा दिया। उन बच्चों ने 12वीं की परीक्षा भी पास कर ली। जांच के बाद भिवानी बोर्ड की तरफ से ऐसे बच्चों का परिणाम तो रद्द कर ही दिया, साथ ही केस भी दर्ज करवाया गया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।;
हरिभूमि न्यूज बहादुरगढ़ । कोरोना काल में जब जीवन बचाने की जद्दोजहद हो रही थी तो उस दौरान कुछ लोग फर्जीवाड़ा कर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे थे। कुछ शिक्षण संस्थानों ने 10वीं कक्षा का फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर 11वीं व 12वीं में बच्चों को दाखिला दिलवा दिया। उन बच्चों ने 12वीं की परीक्षा भी पास कर ली। जांच के बाद भिवानी बोर्ड की तरफ से ऐसे बच्चों का परिणाम तो रद्द कर ही दिया, साथ ही केस भी दर्ज करवाया गया है। इस मामले में बहादुरगढ़ के एक स्कूल के तीन छात्र भी शामिल हैं। उक्त मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
कोरोना काल में हालातों को देखते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से 2021 में परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी। तब सरकार की नीति के अनुसार, परिणाम घोषित किया जाना था। अप्रैल 2021 में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों के 10वीं के प्रमाण पत्रों की जांच हुई तो 129 फर्जी पाए गए। सामने आया कि उन परीक्षार्थियों को विद्यालय में प्रवेश देते समय दस्तावेजों की जांच नहीं की गई, जबकि जिम्मेदारी संबंधित विद्यालय की बनती थी। हैरानी की बात यह है कि फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए दाखिला पाने वाले विद्यार्थी 12वीं कक्षा भी पास कर गए। बाद में बोर्ड की ओर से इन 129 विद्यार्थियों का परिणाम रद्द कर दिया गया था।
कई राज्यों में फैला नेटवर्क
जांच में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, असम, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, झारखंड आदि राज्यों से संबंधित शिक्षण संस्थानों/बोर्डो के जाली प्रमाण पत्र मिले हैं। हरियाणा काउंसिल ऑफ ओपन स्कूलिंग के 26, उत्तर प्रदेश स्टेट ओपन बोर्ड के 34, सेकेंडरी एजुकेशन ऑफ भिवानी का एक, ग्रामीण मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान के दो, उर्दू एजुकेशन बोर्ड दिल्ली के दो, हरियाणा स्टेट ओपन बोर्ड ऑफ स्कूलिंग का एक, काउंसिल ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन मोहाली के चार, महाराष्ट्र बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी के दो, संगाई इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के पांच सहित अन्य बोर्ड और संस्थानों के विद्यार्थी मिले हैं। बहादुरगढ़ के नेहरू पार्क स्थित एक निजी विद्यालय के भी तीन विद्यार्थी शामिल हैं।
स्कूल से रिकार्ड लेगी पुलिस
बोर्ड के सचिव ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि यह जांच का विषय है कि 10वीं के जाली प्रमाण पत्र परीक्षार्थियों को किसके माध्यम से उपलब्ध हुए। ऐसे माध्यमों का पता करना तथा उन पर रोक लगाना अति आवश्यक है। ऐसे माध्यमों के प्रलोभनों के कारण बच्चों का आर्थिक शोषण होने के साथ-साथ उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। शिकायत में फर्जी दस्तावेज तैयार कर देने वाले कई राज्यों के 92 शिक्षण संस्थानों, बोर्ड व विद्यार्थियों के नाम हैं। उधर, सिटी थाने से जांच अधिकारी कर्ण सिंह का कहना है कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड के सचिव की शिकायत पर केस दर्ज हुआ है। एफआईआर में बहादुरगढ़ के एक स्कूल के तीन छात्रों का नाम है। जांच शुरू कर दी है। स्कूल से रिकार्ड लिया जाएगा। जांच में जो कुछ सामने आता है, उस आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।