हरियाणा पंचायत चुनाव के बाद चेयरमैनी के लिए दांव-पेंच शुरू, हर हथकंडे अपना रहे दावेदार
रेवाड़ी में जिला प्रमुख 8 पुरुषों में से एक को चुना जाना है, जबकि ब्लॉक समिति के 143 पार्षदों में से 7 को चेयरमैन की कुर्सी हासिल होने वाली है। चेयरमैन पद हासिल करने के लिए बड़े और छोटे दोनों स्तर पर कवायद तेज हो चुकी है।;
नरेन्द्र वत्स : रेवाड़ी
हरियाणा पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के बाद शपथ ग्रहण समारोह होना शेष है। इससे पहले ही जिला परिषद और ब्लॉक समितियों के चेयरमैन पद हथियाने की कवायद चरम पर पहुंच चुकी है। जिला प्रमुख 8 पुरुषों में से एक को चुना जाना है, जबकि ब्लॉक समिति के 143 पार्षदों में से 7 को चेयरमैन की कुर्सी हासिल होने वाली है। चेयरमैन पद हासिल करने के लिए बड़े और छोटे दोनों स्तर पर कवायद तेज हो चुकी है। जहां तक जिला प्रमुख का सवाल है, इस बार यह पद पुरुष के खाते में जा रहा है।
वर्ष 1995 के बाद दो बार ही पुरुष पार्षदों को चेयरमैनी करने का मौका मिला है। इसके अलावा जिला प्रमुख का पद महिलाओं के लिए ही आरक्षित रहा है। इस बार जिले के 16 वार्डों में पुरुष और महिला पार्षदों का आंकड़ा फिप्टी-फिफ्टी है। जिला प्रमुख का पद पुरुष के खाते में जाना है, लेकिन इसमें महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण साबित होने जा रही है। जिला प्रमुख बनाने में अभी तक केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का ही वर्चस्व रहा है। इस बार राव के काफी खास समर्थक चुनाव मैदान में चारों खाने चित्त होने के बाद यह लग रहा था कि जिला प्रमुख बनाने की कमान राव के हाथ से निकल चुकी है।
इसके बाद सोमवार को उनके निवास पर पहुंचने नवनिर्वाचित पार्षदों के बहुमत ने राव विरोधी खेमे की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम कर दिया। इसके बावजूद राव विरोधी खेमे ने अपने प्रयासों में कमी नहीं की है। राव दरबार में कई पार्षदों के पहुंचने के बाद विरोधी खेमा अपने पक्ष का जिला प्रमुख बनाने की कवायद में हर हथकंडे अपनाने को तैयार है। इसके लिए शाम-दाम-दंड-भेद की नीति अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। जैनाबाद से ब्लॉक समिति का चुनाव जीतने वाले विपिन यादव ने भी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से मुलाकात करते हुए चेयरमैन पद के लिए अपनी दावेदारी जता दी।
ब्लाॅक प्रधानी के लिए आकाओं की मदद
जिले के सातों ब्लॉकों में चेयरमैन चुनने के लिए 143 पार्षद भूमिका अदा करने को तैयार हैं। हर ब्लॉक में चेयरमैन पद के दावेदारों ने ब्लॉक के अन्य पार्षदों को अपने पक्ष में करने के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा है। दिन-रात पार्षदों की जोड़-तोड़ के खेल को मुकाम तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जानकार सूत्रों के अनुसा इस खेल में धन से लेकर बाहुबल तक का इस्तेमाल किया जा रहा है। ब्लॉक समितियों के चेयरमैन बनने के लिए विधायकों से लेकर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और भाजपा जिलाध्यक्ष हुमकचंद यादव की मदद मांगी जा रही है।
कांग्रेस से भी हाथ मिलाने को तैयार
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 11 पार्षदों के राव इंद्रजीत सिंह के निवासी पर पहुंचने के बाद भाजपा में राव विरोधी खेमा जिला प्रमुख की कुर्सी पर अपने पक्ष के पार्षद को बैठाने के लिए ज्यादा एक्टिव हो चुका है। इस खेल में राव को मात देने के लिए यह खेमा कांग्रेस के एक प्रभावशाली नेता से भी संपर्क साध रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यह खेमा चेयरमैन की घोषणा होने तक अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं आने देगा। इसके लिए उन पार्षदों से भी संपर्क बढ़ाया जा रहा है, जिन्होंने सोमवार को राव इंद्रजीत सिंह से मुलाकात की थी।