Agnipath Protest : अग्निपथ योजना के विरोध में उतरी खाप पंचायतें और संगठन, बड़े आंदोलन का ऐलान

अग्निपथ योजना को लेकर मंगलवार को जींद की जाट धर्मशाला में सात घंटे चली पंचायत के बाद आंदोलन का फैसला लिया गया। 24 जून को जिला मुख्यालयों पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। 27 जून को गांव तालु भिवानी से यात्रा निकाली जाएगी।;

Update: 2022-06-21 12:57 GMT

हरिभूमि न्यूज. जींद

अग्रिपथ योजना के खिलाफ खापों तथा विभिन्न संगठनों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। अग्निपथ को टूर आफ डयूटी करार दिया और भाजपा सरकार को निशाने पर रखा। 24 जून को जिला मुख्यालयों पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। 27 जून को गांव तालु भिवानी से यात्रा निकाली जाएगी। जिसका समापन गांव लिजवाना कलां में होगी। उसी दिन पंचायत का आयोजन कर आगामी रणनीति की घोषणा की जाएगी। गठित की गई दस सदस्यीय कमेटी सांपला में आयोजित पंचायत में भाग लेगी। आंदोलन बेरोजगार संयुक्त मोर्चा के बैनर तले लड़ा जाएगा। आंदोलन तिरंगे झंडे के नीचे शांतिपूर्ण ढंग से चलाया जाएगा। जिसका नेतृत्व युवा करेंगे। युवाओं के पीछे पूरा समाज चलेगा।

अग्निपथ योजना को लेकर मंगलवार को जींद की जाट धर्मशाला में सात घंटे चली पंचायत के बाद आंदोलन का फैसला लिया गया। जिसकी अध्यक्षता कैप्टन राजेंद्र ने की। पंचायत के आयोजक खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर बरसोला रहे। पंचायत में भाकियू, किसान सभा, माजरा खाप, सेवानिवृत संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। अग्निपथ स्कीम को नकारते हुए वक्ताओं ने भाजपा सरकार को निशाने पर रखा। वक्ताओं ने कहा कि योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं को आर्मी में भर्ती किया जाएगा। 25 प्रतिशत रखकर 75 प्रतिशत को वापस भेज दिया जाएगा। यह प्रक्रिया गलत है, जिसका सीधा असर देश की सुरक्षा पर पडेगा। साथ ही पंचायत में युवाओं से आगजनी की घटनाओं में शामिल न होने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने आगाह किया कि कुछ ताकते हिंसक बनाकर आंदोलन को बदनाम कर सकती हैं। कुछ असमाजिक तत्व इसका फायदा उठा सकते हैं, किसान आंदोलन के तहत अनुशासन में रहकर यह आंदोलन जीता जा सकता है। तोडफोड में हम सब का नुकसान है, युवा इनसे बचकर रहें। वक्ताओं ने देश के हितों को भी गिरवी रखने की बात कहते हुए सरकार पर खूब बरसे। सात घंटे तक चली पंचायत में सरकार अग्निपथ को लेकर वक्ताओं के निशाने पर रही। जिसके बाद कमेटी का गठन किया गया और आंदोलन का निर्णय लिया गया।

भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार सबकुछ कुछ कंपनियों के हाथों बेचना चाहती है। सभी संगठनों और युवाओं को एक मंच पर आना होगा और गुटबाजी से बचते हुए आंदोलन का बिगुल फूंकना होगा। उन्होंने कहा कि अग्निपथ के पीछे सरकार का बहुत बडा षडयंत्र है। चार साल के बाद 75 प्रतिशत युवाओं की छुट्टी कर उन्हें कंपनियों में सिक्योरटी गार्ड भर्ती करेगी। जब युवा मांग करेंगे तो उन पर लाठियां तथा गोलियां चलाई जाएगी ओर फैक्टरियों से निकाला जाएगा।

सैनिक प्रकोष्ठ के जिला प्रधान सेवानिवृत कैप्टन राजेंद्र ने कहा कि अग्निपथ योजना से युवाओं में भारी रोष है। 2019 से युवा सैनिक बनने का सपना संजोए बैठे हुए है। स्कीम के साथ बवाल मच गया, हमे बवाल को थामने का कार्य करना चाहिए। अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को रोजगार की गारंटी दी जाए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे संपत्ति को नुकसान न पहुंचाए। बुजुर्गो, किसानों को साथ लेकर शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन चलाते हुए योजना को वापस करवाएं। कमेटी फैसले को सुनाते हुए सेवानिवृत कैप्टन चांदराम ने कहा कि जिन बच्चो का फिजिकल, मैडिकल और रिटर्न टेस्ट हो चुका है उन्हें भर्ती किया जाए। स्थायी आर्मी भर्ती की बहाली हो। टूर आफ डयूटी को वापस लिया जाए। जिन बच्चों पर मुकद्दमें दर्ज हुए है उन्हें वापस लिया जाए। अकादमियों व कोचिंग सेंटरों पर दबाव न बनाया जाए। आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से तिरंगा के नीचे होगा। जिसका नेतृत्व बेरोजगार संयुक्त युवा मोर्चा के नीचे युवा करेंगे। समाज के लोग उनके पीछे चलेंगे।

ये रहे मौजूद

इस मौके पर किसान नेता अभिमन्यु कुहाड़, खटकड टोल कमेटी के युवा प्रधान सन्नी, सुशील, किसान सभा रोहतक के कामरेड इंद्रजीत, भाकियू के जोगिंद्र सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के फूल सिंह श्योकंद, माजरा खाप के समुंद फोर, भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता छाजूराम कंडेला, हरियाणा एक्स सर्विसमैन के प्रदेशाध्यक्ष सेवानिवृत चरण सिंह, जोनल प्रधान कैप्टन सूबेदार मेजर राजबीर, हर्ष छिक्कारा, डा. देवेंद्र बल्हारा, महेंद्र रिढाल, भाकियू नौजवान यूनियन के जसविंद्र, दिलबाग, शमशेर, संदीप समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

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