खुशखबरी : सरस्वती नदी से निकलने वाले सभी नालों का होगा जीर्णोद्धार

सरस्वती नदी के उद्गम स्थल आदिबद्री से लेकर हरियाणा के अंतिम छोर तक जितने भी बड़े नाले है, जो सरस्वती से निकल रहे है, उनको चिह्नित किया जा रहा है;

Update: 2022-05-22 11:42 GMT

कुरुक्षेत्र : हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती नदी से निकलने वाले सभी नालों की खुदाई करने के साथ जीर्णोद्धार किया जाएगा। इससे बरसात के सीजन में बाढ़ से राहत मिलने के साथ साथ किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल पाएंगा। इससे भू-जल भी रिचार्ज होगा।

सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच रविवार को गांव दौलतपुर में सरस्वती नदी के साथ नाले के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के उपरांत ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने खांड नाला की खुदाई के कार्य का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से बातचीत करके नाले के सफाई कार्य में जानकारी हासिल की है। उपाध्यक्ष ने कहा कि सरस्वती नदी के उद्गम स्थल आदिबद्री से लेकर हरियाणा के अंतिम छोर तक जितने भी बड़े नाले है, जो सरस्वती से निकल रहे है, उनको चिह्नित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यमुनानगर और कुरुक्षेत्र के क्षेत्र में कई नालों की पहचान की गई है और कई नालों पर कार्य शुरु करवा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि गांव दौलतपुर में खांड नाला की खुदाई करके निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इन नालों के निर्माण से बरसाती पानी का सदुपयोग किया जा सकेगा और किसान भू जल की बजाय इस बरसाती पानी का उपयोग कर सकेंगे। इससे भूजल स्तर में सुधार होंगा और लोगों को बाढ़ से भी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पानी की कमी नहीं है अपितु पानी की व्यवस्था करने की जरूरत है। इस क्षेत्र के लोगों को पानी का सही उपयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

Tags:    

Similar News