Ambala : एक साथ 478 सरकारी स्कूलों में होगी मेगा मॉनिटरिंग, अफसरों को भेजा गया शैड्यूल

  • जिले को निपुण बनाने के उद्देश्य से डीईईओ अपने स्तर पर करेंगे मॉनिटरिंग
  • गुगल फार्म पर प्रत्येक अधिकारी को अंकित करनी होगी रिपोर्ट
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Update: 2023-12-17 08:30 GMT

Ambala : जिले को निपुण बनाने के लिए 18-19 दिसंबर को सभी 478 प्राथमिक स्कूलों की मेगा मॉनिटरिंग एक साथ होने जा रही है। इसके लिए बाकायदा शैड्यूल बनाकर खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ सीआरसी मुखियाओं, एबीआरसी और बीआरपी के कुल 167 मॉनिटरिंग अधिकारियों को भी सूचित किया गया है। जिले को निपुण बनाने के उद्देश्य से यह मेगा मॉनिटरिंग केवल डीईईओ द्वारा स्वयं अपने स्तर पर करवाई जा रही है।

मेगा मॉनिटरिंग अभियान के बारे में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा ने बताया कि प्रत्येक मॉनिटरिंग अधिकारी को एक गूगल फॉर्म उपलब्ध करवाया जाएगा। इस पर प्रत्येक मॉनिटरिंग अधिकारी अपनी रिपोर्ट अंकित करेगा। प्रत्येक अधिकारी को मॉनिटरिंग के लिए उसे दिए गए स्कूल में अनिवार्य रूप से दूसरी और तीसरी कक्षा का दौरा करना होगा। प्रत्येक कक्षा में तीन- तीन बच्चों से गूगल फॉर्म में दिए गए हिंदी विषय के छह प्रश्न और गणित विषय के चार प्रश्न यानि कुल दस प्रश्न पूछे जाएंगे। गूगल फॉर्म में उन्हें इस बात की भी जानकारी देनी होगी कि मिड डे मील के माध्यम से बच्चों को बेहतर पोषण देने के उद्देश्य से विद्यालय में न्यूट्रीशन गार्डन बनाया गया है या नहीं। उन्होंने बताया कि निपुण हरियाणा मिशन, भारत सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के निपुण भारत कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जिसके तहत शिक्षा विभाग ने सत्र 31 मार्च 2025 तक राज्य को शत-प्रतिशत निपुण बनाने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान सत्र 2023-24 के अंत तक यह लक्ष्य 55 प्रतिशत का रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कक्षा एक से तीन में एफएलएन यानि मूलभूत भाषा एवं गणना ज्ञान कार्यक्रम लागू किया गया है।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत जहां अध्यापकों को ट्रेनिंग और बच्चों को वर्क बुक प्रदान की गई है, वहीं कक्षाओं को प्रिंट रिच और टीएलएम से सुसज्जित भी किया गया है। सभी प्रयासों से शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की दक्षताओं में कितना सुधार हुआ है, यही सब जानने के लिए इस मेगा मॉनिटरिंग के कार्यक्रम को रखा गया है। निपुण भारत मिशन में केवल हिंदी तथा गणित विषयों को ही शामिल किया गया हैं इसलिए मेगा मॉनिटरिंग में फिलहाल यही दोनों विषय रखे गए हैं। विशेष बात यह है कि जिले को निपुण जिला बनाने के उद्देश्य से यह मेगा मोनिटरिंग केवल डीईईओ द्वारा स्वयं अपने स्तर पर करवाई जा रही है। इस मेगा मोनिटरिंग को सफल बनाने के लिए जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, खंड संसाधन समन्वयक, संकुल मुखिया, बीआरपी तथा एबीआरसी कुल 167 अधिकारी और कर्मचारी दो दिन मॉनिटरिंग ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे।

सभी 478 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। इसमें कक्षा दूसरी तथा तीसरी के छात्रों की हिंदी व गणित विषय से संबधित दक्षताओं का आंकलन किया जाएगा। जिले के सभी 478 स्कूलों में यह आंकलन जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए गूगल फॉर्म पर ऑनलाइन किया जाएगा। फॉर्म पर ऑनलाइन आंकलन के दौरान स्कूल की कुछ बुनियादी जानकारियों सहित बच्चों से हिंदी तथा गणित विषय से संबधित प्रश्न पूछे जाएंगे। जिला एफएलएन समन्वयक मनोज कुमार ने बताया कि इस मेगा मोनिटरिंग से प्राप्त डाटा के आधार पर शिक्षा विभाग के निपुण लक्ष्य को प्राप्त करने में आगे की रणनीति बनाने में सहायता मिलेगी ताकि सत्र 2024-25 के अंत तक विभाग द्वारा निर्धारित शत-प्रतिशत निपुण लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। 

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