जनता दरबार में भड़के मंत्री अनिल विज : तीन SHO और तहसीलदार को फटकार, बिजली निगम का SDO किया सस्पेंड
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनकर अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए। विज ने कहा कि मैं पढ़ा लिखा मंत्री हूं। 6 बार विधायक रह चुका हूं। मेरी आंखे एक्सरे हैं ज्यादा होशियार बनने की जरूरत नहीं।;
हरिभूमि न्यूज : अंबाला
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनकर अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए। वे लंबित शिकायतों को लेकर अधिकारियों पर भड़क पड़े। एसएचओ महेश नगर थाना, पंजोखरा, पड़ाव थाना और तहसीलदार की जमकर फटकार लगाई है। विज ने कहा कि मैं पढ़ा लिखा मंत्री हूं। 6 बार विधायक रह चुका हूं। मेरी आंखे एक्सरे हैं ज्यादा होशियार बनने की जरूरत नहीं। दरअसल, दरबार में महेश नगर थान, पड़ाव थाना और पंजोखरा थाना से संबंधित हत्या, दहेज के लिए प्रताड़ना जैसी कई शिकायतें आई थी। शिकायतकर्ता पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट नजर आए। फरियादियों की शिकायतें सुनते हुए गृह मंत्री अनिल विज भड़क गए। सभी संबंधित अधिकारियों की लताड़ लगाते हुए सुधरने की नसीहत दी।
दरबार में पहुंची महिला ने बताया कि उसने अपने पति के खिलाफ पंजोखरा पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। उसके पति की वह दूसरी पत्नी है। उसने अपने पति पर मारपीट समेत कई तरह के गंभीर आरोप लगाए। साथ ही महिला ने गृह मंत्री के समक्ष पुलिस पर भी गुमराह करने के आरोप लगाए। कहा कि पुलिस ने एक माह पहले ही उसकी एफआईआर रद्द कर दी। इस पर सुनवाई करते हुए गृह मंत्री ने दोबारा एफआईआर दर्ज करने के साथ-साथ संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनता दरबार में कांग्रेसी पार्षद ओंकार नाथी की अगुवाई में कई शिकायतकर्ता अपनी-अपनी फरियाद लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने बताया कि अप्रूव्ड कॉलोनी में प्लाट की रजस्ट्रिी कराते हैं तो तहसीलदार डीटीपी से एनओसी से लेकर आने की बात कहते हैं लेकिन यह जरूरी नहीं। डीटीपी ने भी लिखकर दिया है कि एनओसी की आवश्यकता नहीं, लेकिन इसके बावजूद तहसीलदार एनओसी मांगता है। इस पर संज्ञान लेते हुए गृह मंत्री ने मौके पर ही तहसीलदार की खूब फटकार लगाई। चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भविष्य में ऐसी लापरवाही सामने आई तो बख्शा नहीं जाएगा।
दरबार में पहुंची महिला ने बताया कि उसके बेटा लापता हो गया था। एक सप्ताह बाद गंदे पानी के नाले में उसके बेटे का शव मिला था, लेकिन उसके बेटे की मौत कैसे हुई ? पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई है। इस पर अनिल विज ने पड़ाव थाना प्रभारी अजीत सिंह को खरी-खरी सुनाई। कहा कि यह भी मैं बताऊं कि कैसे तफ्तीश करनी है। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ-साथ गंभीरता से जांच करने निर्देश दिए। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आने के बाद गृह मंत्री ने एसपी जशनदीप सिंह रंधावा को कॉल करके सभी थाना और चौकी प्रभारियों की मीटिंग लेने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों को सख्त नर्दिेश दिए जाएं कि वे लापरवाही न बरतें।
छावनी की रहने वाली महिला ने गृह मंत्री विज को अपनी शिकायत देते हुए बताया कि उसका पति के साथ विवाद चल रहा है और वह अपने भाई के साथ मायके रह रही है। मगर बिजली बोर्ड ने जेठ के नाम से बिजली के मीटर को डिफाल्टर करार देते हुए उसके खिलाफ बिजली बोर्ड विजिलेंस में मामला दर्ज करा दिया। महिला की शिकायत पर मंत्री विज ने एक्सईएन से जवाब-तलब किया जिसके बाद मामले में बिजली बोर्ड विजिलेंस के एसडीओ की गड़बड़ी पाई गई। इस पर मंत्री विज ने बिजली बोर्ड के एमडी को फोन कर एसडीओ को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।