माउंट एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया के नाम एक और उपलब्धि
42 वर्ष की उम्र में उन्होंने प्रो. उमाशंकर यादव के कुशल निर्देशन में अंग्रेजी साहित्य में शोध कार्य कर पीएचडी की उपलब्धि प्राप्त की है।;
हरिभूमि न्यूज. रेवाड़ी
रेवाड़ी निवासी माउंट एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया ने नव वर्ष के आगमन के साथ जीवन की एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। 42 वर्ष की उम्र में उन्होंने प्रो. उमाशंकर यादव के कुशल निर्देशन में अंग्रेजी साहित्य में शोध कार्य कर पीएचडी की उपलब्धि प्राप्त की है।
उनकी इस उपलब्धि पर सभी परिवारजनों शुभचिंतकों एवं मित्रों को गर्व है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरु प्रो. डा. उमाशंकर, पति अजय सिंह व प्रो. सूर्यपाल यादव को दिया है। नववर्ष की पूर्व संध्या पर सिंघानिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डा. उमाशंकर यादव ने उन्हें यह उपलब्धि से अलंकृत किया और बधाई दी। उनकी इस उपलब्धि पर अनेक सामाजिक संगठनों, मित्रों एवं सहयोगियों ने बधाई के साथ सम्मानित किया।
आशा झाझडि़या ने 39 वर्ष की उम्र में 22 मई 2017 को आर्थिक तंगियों को मात देते हुए विश्व के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट 8848.86 मीटर की ऊंचाई पर 2 वर्ष के कठिन परिश्रम के बाद प्रथम प्रयास में ही फतेह हासिल की एवं अपने तिरंगे के साथ-साथ 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और 'महिला सशक्तिकरण' का ध्वज फहराया एवं भारत का पूरे विश्व में सम्मान बढ़ाया था।