खुशखबरी : नारनौल बाईपास के समानांतर बनेगी एक और सड़क, मेडिकल कॉलेज एवं सिंघाना चौक पर बनेंगे दो अंडरपास
यह दोनों अंडरपास 12-12 मीटर लंबे होंगे, जबकि इनकी चौड़ाई सड़क के अनुसार ही लगभग 26 मीटर की होगी। नांगल सिरोही में लगभग 3.25 किलोमीटर लंबा बाइपास बनाया जाना है। इस मार्ग के फोरलेन तैयार होने से वाहन चालकों का नारनौल-महेंद्रगढ़-दादरी आना-जाना सुगम हो जाएगा और उन्हें टूटी पड़ी सड़क की परेशानी से भी राहत मिलेगी।;
नारनौल। स्टेट हाईवे अथोरिटी ने दो दशक पुरानी मांग नारनौल-महेंद्रगढ़-दादरी रोड को फोरलेन बनाने के साथ ही उन जगहों की ड्राइंग बनाना शुरू कर दिया है, जहां बाईपास, अंडरपास एवं रेलवे ओवरब्रिज बनाए जाने हैं। नारनौल शहर में जहां कोरियावास रोड मेडिकल कॉलेज में अंडरपास बनाया जाना है, वहीं सिंघाना रोड चौक पर भी इसका निर्माण किया जाएगा। यह दोनों अंडरपास 12-12 मीटर लंबे होंगे, जबकि इनकी चौड़ाई सड़क के अनुसार ही लगभग 26 मीटर की होगी। नांगल सिरोही में लगभग 3.25 किलोमीटर लंबा बाइपास बनाया जाना है। इस मार्ग के फोरलेन तैयार होने से वाहन चालकों का नारनौल-महेंद्रगढ़-दादरी आना-जाना सुगम हो जाएगा और उन्हें टूटी पड़ी सड़क की परेशानी से भी राहत मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि लगभग दो दशक से नारनौल-महेंद्रगढ़-दादरी मार्ग बेहद जीर्णसीर्ण अवस्था में है तथा यह सड़क मार्ग विधानसभा चुनावों में महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र का बड़ा चुनावी मुद्दा भी बनता रहा है। इसे फोरलेन पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के कार्यकाल में ही मंजूर कर दिया गया था और यह कोटपूतली के रायमलिकपुर से भिवानी के खरक तक फोरलेन बनना था, लेकिन कमाल की बात यह रही कि बाद में रायमलिकपुर से खरक तक की सड़क को टुकड़ों में नेशनल हाईवे अथोरिटी ने अपने अधीन लेते हुए छह मार्गी व फोरलेन सड़कों का निर्माण भी कर दिया, लेकिन नारनौल से दादरी तक करीब 55 किलोमीटर की दूरी में यह सड़क भी नेशनल हाईवे अथोरिटी तो कभी स्टेट हाईवे अथोरिटी के बीच ाूलती रही और निर्माण बार-बार लटकता रहा। आखिरकार नेशनल हाईवे अथोरिटी के खाते में यह मार्ग डालकर बनवाने में यहां के जनप्रतिनिधि एवं सरकार के प्रभावी लोग इसका निर्माण करवाने में विफल रहे, जिस पर सांसद चौ. धर्मबीर सिंह इस विफलता के लिए अफसोस भी जाहिर किया, जिसके उपरांत अब स्टेट हाईवे अथोरिटी इस सड़क का निर्माण करवा रही है, जिसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 300 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इस सड़क को फोरलेन बनाने के लिए हरियाणा स्टेट रोड एवं ब्रिज डवलपमेंट कारपोरेशन विभाग रेवाड़ी ने मैसर्स आरके जैन इन्फ्रास्ट्रेक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सौंपा है, जिसने गत एक दिसंबर से इस पर काम भी शुरू कर दिया है। फिलहाल महेंद्रगढ़ साइड में सड़क की चौड़ाई बढ़ाकर उसकी लेवलिंग की जा रही है। यह सड़क दादरी सीमा से नारनौल क्षेत्र के गांव मांदी में कृष्णावती नदी तक बनाई जानी है।
नारनौल का पुराना बाईपास होगा चौड़ा
नारनौल-दादरी सड़क शहर के पुराने बाईपास से गुजरेगा, जिसके चलते नारनौल बाईपास को चौड़ा किया जाएगा। यह बाईपास नांगतिहाड़ी से निजामपुर रोड तक बना हुआ है। इस बाईपास में सिंघाना रोड चौक तथा कोरियावास मेडिकल कॉलेज रोड में दो अंडरपास बनाए जाएंगे। यह दोनों अंडरपास क्रमश: 12-12 मीटर के होंगे, जबकि सड़क की चौड़ाई 26 मीटर ही रहेगी। अंडरपास बनने से क्रांसिंग की समस्या दूर हो सकेगी। इन अंडरपासों से भारी वाहन, यानी डंपर व तूड़ी से भरे भारी-भरकम ट्रैक्टर-ट्राली भी आसानी से गुजर सकेंगे। फिलहाल बाईपास सड़क की आधी सड़क बनी हुई और इसके समानांतर आधा हिस्सा और बनाया जाना है। इसका भूमि अधिग्रहण पुराने बाईपास के वक्त ही हो चुका है। यह लगभग आठ किलोमीटर लंबा है।
नांगल सिरोही में बनाया जा रहा नया बाईपास
इस महत्वकांक्षी फोरलेन सड़क की खास बात नांगल सिरोही में नया बाईपास तैयार करना है। फिलहाल नारनौल-महेंद्रगढ़ इस गांव के बीचोंबीच से गुजरता है तथा अनेक बड़े हादसे घटित हो चुके हैं। अब इसके बनने न केवल ग्रामीणों को गांव बीच होने वाले हादसों के भय से मुक्ति मिल सकेगी, बल्कि वाहन चालकों को भी नई चौड़ी सड़क मिल सकेगी।
महेंद्रगढ़ में बनेगा नया रेलवे ओवरब्रिज
महेंद्रगढ़ में दादरी की तरफ जाने के लिए रेलवे लाइनों पर एक ओवरब्रिज बना हुआ है। अब इस ओवरब्रिज के समानांतर एक और ओवरब्रिज तैयार किया जाएगा। इसके बनने से एक ओवरब्रिज से वाहन आ सकेंगे तो दूसरे से जा सकेंगे, जिससे ओवरब्रिज पर वाहन आसानी से गुजर सकेंगे।
दो साल से पहले सड़क तैयार करने का होगा प्रयास
स्टेट हाईवे अथोरिटी के डीजीएम सोमबीर सिंह दहिया ने बताया कि नानौल-दादरी स्टेट हाईवे का निर्माण शुरू कर दिया गया है। सर्दी एवं धुंध का मौसम होने के कारण कार्य कुछ धीमी से चला है। अब मौसम साफ होने पर इसमें तेजी लाई जाएगी। पहले चरण में मिट्टी डालकर लेवलिंग का कार्य किया जा रहा है। साथ ही अंडरपास, बाईपास एवं ओवरब्रिज निर्माण की भी तैयारी की जा रही है। सड़क निर्माण का लक्ष्य दो साल निर्धारित है, लेकिन इससे पहले इस लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करेंगे।