गाड़ी लेने के चक्कर में सेना का जवान हुआ ऑनलाइन ठगी का शिकार
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मामला ऑनलाइन का होने के बावजूद आईटी एक्ट नहीं लगाया है।;
हरिभूमि न्यूज : नारनौल
ऑनलाइन भुगतान करने में सेना का एक जवान ठगी का शिकार हुआ है। जवान चेतन कुमार वासी गुवानी को एक गाड़ी की जरूरत थी और इसी मामले में उससे अज्ञात व्यक्ति ने 3,75,400 रुपये की ठगी कर ली। यह राशि चेतन ने अज्ञात व्यक्ति को अपने बैंक खाते ही नहीं, दोस्त से उधारी लेकर ऑनलाइन भेज दी। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मामला ऑनलाइन का होने के बावजूद आईटी एक्ट नहीं लगाया है।
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित जवान चेतन कुमार ने बताया कि वह इंडियन आर्मी में नौकरी करता है और पोस्टिंग श्रीनगर में है। गत 3 फरवरी को वह 35 दिन की छुट्टी लेकर घर आया था। इस दौरान गत 11 फरवरी को लाइन एक गाड़ी की डिटेल देखी, जो उसे मात्र 65 हजार में बेच रहा था। चेतन ने बताया कि उन्होंने दिए गए मोबाइल नंबर पर बात की, तब उक्त अज्ञात व्यक्ति ने उसके पास अपना पेन कार्ड, गाड़ी की आरसी और आर्मी कैंटीन कार्ड भेजा। इससे उसे उस पर विश्वास हो गया। उन्होंने बताया कि वह रुपये देने पर गाड़ी इंडियन आर्मी ट्रांसपोर्ट से भेजने का आश्वासन भी दिया और खुद को जैसलमेर पोस्टेड बताया।
शुरू में मांगे 5150 रुपये
चेतन के अनुसार उक्त व्यक्ति ने उसके पास इंडियन आर्मी ट्रांसपोर्ट की एक रसीद भेजी और फोन पे नंबर 6371490284 दिया और 5150 रुपये भेजने को बोला। इस पर उन्होंने अपने बैंक खाता नंबर से लिंक मोबाइल फोन के जरिए उसके पास यह पैसा ट्रांसफर कर दिया।
अगले दिन किया दूसरे नंबर से कॉल
चेतन ने बताया कि अगले दिन सुबह करीब नौ बजे उक्त व्यक्ति ने दूसरे फोन नंबर से कॉल की और बोला कि वह गाड़ी लेकर आ रहा है और नारनौल के पास है। उसने उससे सिक्योरिटी के तौर पर 36400 रुपये क्रमश: 36000 और 400 रुपये अलग-अलग भेजने को बोला और यह भी कहा कि पहले वाली राशि 36 हजार रिफंड हो जाएगी। कुछ समय बाद उक्त व्यक्ति ने उसके पास गाड़ी का इंश्योरेंस भेजा और 42850 रुपये जमा कराने को कहा। जिस पर 20 हजार रुपये भेज दिए और बाकी पैसे अपने दोस्त को भेजने को बोला। दोस्त ने बताया कि फोन पे पर ट्रांसफर नहीं हो रहा। जिस पर उन्हें दूसरा मोबाइल नंबर दिया गया और इस पर दोस्त मनीष कुमार यादव ने पैसे भेज दिए।
एक अन्य व्यक्ति से भी कराई बात
चेतन ने बताया कि उक्त व्यक्ति ने उसके पास एक अकाउंट नंबर भेजा, जो चेतराम के नाम से था। उक्त व्यक्ति से उन्होंने फोन पर बात भी कराई और एजेंसी मैनेजर के रूप में परिचय कराया। इस बार 65 हजार रुपये तीन बार में ट्रांसफर किया, जिसमें दोस्त मातादीन की भी मदद ली।
लेट होने का बहाना बनाकर भी ठगी
शिकायत में बताया गया है कि उक्त व्यक्ति ने अमाउंट भेजने में देरी होने पर लेट फीस भी मांगी और कहा कि 284000 रुपये देने होंगे। इसी दौरान अज्ञात व्यक्ति बोला कि पहले वाली पेमेंट 36400-36400 अकाउंट में शो नहीं कर रही। इसलिए 72800 रुपये भेजना होगा और यह गाड़ी मिलने पर रिफंड हो जाएगा। जिस पर 50 हजार भेज दिया, लेकिन जब बात हुई तो अज्ञात ने बताया कि जिस पर पेमेंट भेजी गई है, उसका वह नंबर बंद हो गया है। चेतन के अनुसार उन्होंने अपनी पत्नी के भाई व माता के अकाउंट से भी ट्रांसफर की। अज्ञात ने अपने दोस्त सद्दाम हुसैन खान के खाते में भी करीब 20 हजार रुपये डलवाए। कुल मिलाकर उक्त लोगों के पास चेतन ने 375400 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए और उक्त व्यक्ति से मोबाइल फोन पर हुआ संपर्क खत्म हो गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।