आशा वर्कर्स 10 नवम्बर को भाजपा-जजपा विधायकों का करेंगी घेराव

यह जानकारी आशा वर्कर्स के अनिश्चितकालीन धरने पर सीटू की जिला सचिव सुनीता ने दी। आशा वर्कर्स अपनी मांगों को ले कर बनवासा गांव की पीएचसी के बाहर बेमियादी धरने पर बैठी हैं।;

Update: 2020-11-06 06:58 GMT

हरिभूमि न्यूज . गोहाना

आशा वर्कर्स 10 नवम्बर को प्रदेशभर में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी के विधायकों के आवासों के सामने प्रदर्शन करेंगी तथा विधायकों का घेराव करेंगी। यह जानकारी आशा वर्कर्स के अनिश्चितकालीन धरने पर सीटू की जिला सचिव सुनीता ने दी।

प्रदर्शनकारी आशा वर्कर्स को सम्बोधित करते हुए जिला सचिव ने कहा कि आशा वर्कर्स विभिन्न ट्रेड यूनियनों और कर्मचारी फेडरेशनों के आह्वान पर 26 नवम्बर को होने वाली राष्ट्रीय स्तर की हड़ताल में भी भाग लेंगी। उनके अनुसार आशा वर्कर्स दिल्ली के उस घेराव में भी हिस्सा लेंगी जो किसानों द्वारा 26 नवम्बर और 27 नवम्बर को होगा। आशा वर्कर्स अपनी मांगों को ले कर बनवासा गांव की पीएचसी के बाहर बेमियादी धरने पर बैठी हैं।

सीटू की जिला सचिव सुनीता ने कहा कि आशा वर्कर्स की मांगों की अनदेखी भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन सरकार जानबूझ कर उनकी मांगों की उपेक्षा करते हुए उन्हें अपना आंदोलन लंबा खींचने के लिए विवश कर रही है। सुनीता ने कहा कि आशा वर्कर्स के 10 नवम्बर के भाजपा-जजपा विधायकों के घेराव के बाद भी यदि सरकार नहीं चेती, तब आशा वर्कर्स के पास अपने आंदोलन को तेज करने के अलावा दूसरा चारा बाकी नहीं बचेगा। जिला सचिव ने कहा कि जनता की नाराजगी के चलते सत्तारूढ़ भाजपा न केवल बरोदा उपचुनाव बल्कि बिहार के सामान्य चुनावों में भी बुरी तरह से हार का सामना करेगी।

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