Breaking News : अशोक तंवर अब आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे

तंवर ने आम आदमी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर कहा कि प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए व जनमानस की भावनाओं के आधार पर वे आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं।;

Update: 2022-04-04 04:33 GMT

हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के टिकट पर सांसद रहे डॉक्टर अशोक तंवर (Dr. Ashok Tanwar) अब आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे तंवर ने पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा था लेकिन अब उनका टीएमसी से मन भर गया ।

पंजाब में आम आदमी पार्टी को मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब अशोक तंवर ने भी आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया है आज दोपहर बाद पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामेंगे तवर ने आम आदमी पार्टी में शामिल होने के सवाल पर कहा कि प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए व जनमानस की भावनाओं के आधार पर वे आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं ।

उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान अशोक तंवर व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच हुई खींचतान तथा टिकट बंटवारे के चलते तंवर ने कांग्रेस हाईकमान पर गंभीर आरोप जड़ते हुए पार्टी को छोड़ दिया था । कांग्रेस से अलग होने के बाद तंवर ने अपना भारत मोर्चा बनाया था इसके बाद वे टीएमसी में गए और अब पूर्व सांसद आम आदमी पार्टी के बैनर तले प्रदेश में राजनीति करेंगे। 

विद्यार्थी राजनीति में सक्रिय हो गए थे तंवर

तंवर ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इतिहास में एमए किया। बाद में उन्होंने एमफिल और पीएचडी की डिग्री ली। जेएनयू में अध्ययन करते वक्त ही डा. तंवर विद्यार्थी राजनीति में सक्रिय हो गए। वे कांग्रेस के विद्यार्थी संगठन नैशनल स्टूडैंट यूनियन ऑफ इंडिया के साथ जुड़ गए। साल 1999 में वे एनएसयूआई के सचिव बने और साल 2003 में वे अध्यक्ष बन गए। 29 बरस की आयु में वे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने। साल 2009 के संसदीय चुनाव में राहुल गांधी ने उन्हें सिरसा के चुनावी मैदान में उतार दिया और उन्होंने इनेलो के डा. सीताराम को 35001 वोटों से हरा दिया। कांग्रेस हाईकमान ने फरवरी 2014 में डा. तंवर को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया। इस पद पर वे सितम्बर 2019 तक रहे। करीब दो दशक तक कांग्रेस की सियासत में सक्रिय रहने के बाद 5 अक्तूबर 2019 को उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। 17 माह तक उन्होंने हरियाणा से लेकर देश के तमाम राज्यों में सियासत की नब्ज टटोली और 25 फरवरी 2021 को अपना भारत मोर्चा का गठन कर लिया इसके बाद वे 23 नबंबर 2021 को  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।

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