Asian Para Games : योगेश ने सिद्ध किया सफलता के लिए शरीर नहीं साहस चाहिए

डिस्कस थ्रोअर योगेश ने चीन में चल रहे पैरा एशियन गेम्स में देश के लिए रजत पदक जीता। उसकी जीत पर परिजनों समेत बहादुरगढ़ के तमाम खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई।;

Update: 2023-10-25 06:12 GMT

रवींद्र राठी. बहादुरगढ़। शरीर से अक्षम और साहस से सक्षम बहादुरगढ़ के योगेश कथूनिया ने जापान में हुए पैरा-ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने के बाद अब चीन में चल रहे पैरा-एशियन गेम्स में भी रजत पदक जीता है। योगेश को शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा है। योगेश ने साबित किया कि सफलता केवल शरीर की मोहताज नहीं है। उसने अपनी मेहनत, लगन और निष्ठा से देश का नाम विश्व पटल पर जगमग कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की नामचीन हस्तियां योगेश की संघर्षमय सफलता को सलाम कर चुकी हैं।

दरअसल, बहादुरगढ़ की राधा कॉलोनी में रहने वाले योगेश कथूनिया का जन्म 1997 में हुआ था। योगेश के दादा हुकमचंद सेना में सूबेदार रहे हैं। जबकि उनके पिता ज्ञानचंद भी सेना में कैप्टन रहे। योगेश की दादी सावित्री देवी व मां मीना देवी ने भी उसे खूब लाड-प्यार दिया। चाचा प्रेमचंद व कर्मवीर ने प्रोत्साहित किया। बहन पूजा व आरती के अलावा चाची शर्मिला व इंदूरानी ने भी योगेश का उत्साह बढ़ाया। चूंकि महज 9 वर्ष की आयु में वर्ष 2006 में योगेश को पैरालाइसिस हो गया था। पैरालिटिक अटैक के चलते शरीर के निचले हिस्से में समस्या हो गई। योगेश ने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। यहीं पर पढ़ाई के दौरान सहपाठियों ने भी खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उसने डिस्कस थ्रो को अपनी लाइफ का हिस्सा बना लिया। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में कोच सत्यपाल सिंह की देखरेख में प्रेक्टिस तेज कर दी। फिर कोच नवल सिंह से बारीकियां सीखी।

टोक्यो पैरा-ओलंपिक में एफ-56 डिस्कस थ्रो में योगेश ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 44.38 मीटर की दूरी तक चक्का फेंक देश की झोली में सिल्वर मेडल डाल दिया था। अब एशियन पैरा गेम्स-2023 में मंगलवार को 42.13 मीटर के साथ रजत पदक हासिल किया। योगेश के मेडल जीतने की खुशी से पूरा परिवार व बहादुरगढ़ ही नहीं, बल्कि समस्त हरियाणा और देशभर के लोग झूम उठे।

योगेश की उपलब्धियां

पंचकुला में 2018 में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक, बर्लिन में 2018 में हुई ओपन ग्रेंडप्रिक्स में डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक, इंडोनेशिया में 2018 में हुए एशियन पैरा गेम्स में चौथा स्थान, फरीदाबाद में 2019 में हुई राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, पेरिस में 2019 में हुई ओपन ग्रेंडप्रिक्स डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक, दुबई में 2019 में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक, बेंगलुरू में 2021 में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता के डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक जीतने के बाद योगेश ने 2 साल पहले टोक्यो पैरा-ओलंपिक में रजत पदक जीता था।

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