पीओ को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हमला, गाड़ी में तोड़फोड़, तीन जवान घायल
हवलदार रणबीर सिंह को गंभीर हालत में उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है। इस हमले में अन्य दो पुलिसकर्मियों नरेश और कृष्ण को भी चोटें आई हैं।;
हरिभूमि न्यूज : महम
रोहतक पुलिस की एवीटी स्टाफ टीम मंगलवार शाम को एएसआई बलजीत की अगुवाई में महम में भराण रोड पर एक पीओ को गिरफ्तार करने के लिए गई थी। आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने पीओ को गिरफ्तार किया तो कई लोगों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के सिर में ईंट लग गई। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। ह
हवलदार रणबीर सिंह को गंभीर हालत में उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है। इस हमले में अन्य दो पुलिसकर्मियों नरेश और कृष्ण को भी चोटें आई हैं। हमलावरों ने सीआईए पुलिस की गाड़ी पर भी पथराव किया। जिसमें गाड़ी के शीशे भी टूट गए। शाम करीब साढ़े सात बजे भराण रोड महम में एवीटी स्टाफ की टीम ने फरार चल रहे जगदीश उर्फ रामफल को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर के आस-पास जाल बिछाया। जब पुलिस टीम ने उसे गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो जगदीश व उसके भाई समेत कई लोगों ने ईंटे बरसानी शुरू कर दीं। हालांकि सीआईए पुलिस जगदीश को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। पुलिस ने जगदीश उर्फ रामफल, मुन्ना, गोपी, राकेश, मुकेश व अन्य 10-12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। महम थाना प्रभारी प्रहलाद सिंह व राजेश कुमार मौके पर पहुंचे।
पुलिस का कहना है कि वार्ड तीन भराण रोड निवासी जगदीश ने अपना नाम बदलकर रामफल कर लिया है और अलवर में रहता है। एवीटी स्टाफ की टीम ने दबिश दी। जगदीश को छुड़वाने के लिए उसके परिवार के सदस्य राकेश, मुन्ना, गोपी, मुकेश, गोपी का पोता व अन्य 10-12 महिला व पुरुषों ने मिलकर जगदीश को छुड़वाने के लिए पुलिस टीम पर पत्थरों व लाठी डंडों से हमला कर दिया।