Bahadurgarh : विवाहिता का जबरन गर्भपात कराने का आरोप, पीड़ित परिवार अधिकारियों से लगा रहा न्याय की गुहार
हरियाणा के बहादुरगढ़ में दिल्ली निवासी महिला का जबरन गर्भपात करने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार न्याय के लिए कभी जनप्रतिनिधियों तो कभी अधिकारियों के यहां गुहार लगा रहे हैं।;
हरिभूमि न्यूज, बहादुरगढ़: इलाके के एक गांव में ब्याही दिल्ली निवासी महिला का जबरन गर्भपात कराने का मामला सामने आया है। पति, सास सहित अन्य ससुरालियों पर लिंग जांच, गर्भपात, मारपीट करने और धमकी देने सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। पीड़ित परिवार न्याय के लिए कभी जनप्रतिनिधियों तो कभी अधिकारियों के यहां गुहार लगा रहे हैं। दिल्ली के निवासी प्रदीप शर्मा का कहना है कि उसकी भांजी की शादी वर्ष 2018 में बहादुरगढ़ के एक गांव में हुई थी। शादी के बाद ही भांजी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। साल भर बाद बेटी पैदा हुई तो ससुरालियों की यातनाएं बढ़ गई। इस संबंध में भांजी ने नांगलोई थाने में पति व अन्य ससुरालियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। इसके बाद दूसरी बार गर्भवती हुई तो बेटे की चाह में ससुरालियों ने भांजी को गाजियाबाद में लिंग परीक्षण कराया। जांच के दौरान गर्भ में बेटी मिली तो बहादुरगढ़ में रेलवे स्टेशन के पास एक घर में किसी महिला से भांजी का जबरन गर्भपात कराया गया।
बकौल प्रदीप शर्मा, ये सारी बातें पीड़िता भांजी ने उनको बताई थी। गर्भपात के बाद भांजी की तबीयत खराब रहने लगी। इसके बाद मेडिकल स्टोर के जरिये उसे दवाई देने लगे। आखिर में दुखी होकर भांजी ने नवंबर माह में मुख्यमंत्री हरियाणा, राज्य गृह मंत्री, महिला आयोग व पुलिस अधिकारियों को मेल के जरिये शिकायत दी। गत 21 नवंबर को दोनों पक्षों को महिला थाना बहादुरगढ़ में बुलाया गया, लेकिन संतुष्टिजनक कार्रवाई नहीं हुई। फिर अगले दिन 22 तारीख को भांजी सेक्टर-6 थाने में गई। तब पुलिसकर्मी भांजी को उसके मकान (ससुराल) में लेकर गए। लेकिन उन लोगों ने दरवाजा नहीं खोला। पुलिस के सामने ही कह दिया कि हम इसे अपने घर नहीं रखेंगे।
तब से लेकर अब तक न्याय के लिए गुहार लगा रहे हैं। रविवार को बहादुरगढ़ के विधायक से मुलाकात की। सोमवार को एसपी झज्जर से मिलने जाएंगे। हमारी भांजी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर जोर दे रही है। सरकार इस मामले में हमें न्याय दिलाए। मामले में निष्पक्षता से जांच की जाए। इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को सख्त सजा दी जाए।