बहादुरगढ़ में ऑनर किलिंग! न कातिलों का सुराग लगा, न हुई शवों की शिनाख्त

कई टीमें इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही हैं। पुलिस द्वारा लगातार गुमशुदा युवक-युवतियों व जोड़ों का रिकार्ड जुटाया जा रहा है। रोजाना किसी न किसी से पूछताछ चल रही है लेकिन कुछ पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा है।;

Update: 2022-03-29 07:41 GMT

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़

गांव टांडाहेड़ी में मिले युवक-युवती के शवों के मामले में स्थिति जस की तस बनी हुई है। सोमवार को 72 घंटे की अवधि पूरी हो गई, लेकिन शवों की शिनाख्त तक न हो सकी। मृतकों की पहचान, हत्या की वजह और हत्यारे कौन हैं, ये सवाल अभी बरकरार है। निर्धारित समयावधि पूरी होने के चलते पुलिस ने शवों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू करा दी।

दरअसल, शुक्रवार की सुबह गांव टांडाहेड़ी में ये शव क्षत-विक्षत हालत में पाए गए थे। नजदीक मिले कपड़ों और चप्पलों से यह अंदाजा लग पाया था कि एक शव महिला का है। तब पुलिस ने शव नागरिक अस्पताल में रखवा कर मामले में तफ्तीश शुरू की। कई टीमें इस मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही हैं। पुलिस द्वारा लगातार गुमशुदा युवक-युवतियों व जोड़ों का रिकार्ड जुटाया जा रहा है। रोजाना किसी न किसी से पूछताछ चल रही है लेकिन कुछ पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा है। हत्यारों की पहचान और हत्या की वजह का पता लगाना तो दूर अभी शवों की शिनाख्त करना ही मुश्किल भरा काम बना हुआ है। सोमवार को 72 घंटे की समयावधि पूरी हुई तो पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराने की कार्रवाई शुरू की।

शवों के निकट युवती की चप्पल और युवक के सैंडल बरामद हुए थे। दोनों देखने से काफी पुराने हैं। इसलिए अंदेशा है कि यह नया जोड़ा तो नहीं था। यदि आसपास किसी गांव के होते तो अब तक पुलिस को कुछ जानकारी मिल जाती। पुलिस को अंदेशा है कि शायद ये यहां औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले भी हो सकते हैं। लिहाजा इस एंगल से भी अब जांच तेज होगी। पुलिस औद्योगिक इकाइयों में जाकर गुमशुदा महिला-पुरुष का डाटा जुटाएगी। सदर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने कहा कि मामले में गंभीरता से जांच की जा रही है। कई टीमें इसी काम में लगी हुई हैं। भागदौड़ जारी है। जल्द से जल्द मामले को सुलझाने का प्रयास है। यदि आम नागरिक को भी मामले में कोई जानकारी है तो सूचना दें।

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