बैंक अधिकारियों ने लोन न चुकाने पर किसान के सेविंग खाते से काट लिए रुपये, भाकियू ने जमकर किया हंगामा
सोमवार सुबह भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) से जुड़े सैंकड़ों किसान जिला अध्यक्ष सुभाष गुज्जर के नेतृत्व में शहर के महावीर चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक के समक्ष एकत्र हो गए और टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने बैंक अधिकारियों और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।;
हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर : भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) से जुड़े किसानों ने शहर के महावीर चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बैंक पर आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों ने गलत तरीके से एक किसान के सेविंग के खाते से आठ लाख रुपये दूसरे ऋण लिए बैंक के खाते में भेज दिए। उन्होंने बैंक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और किसान के पैसे वापस उसके सेविंग खाते में जमा करने की मांग की। साथ ही ऐसा नहीं करने पर किसानों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की चेतावनी दी।
सोमवार सुबह भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) से जुड़े सैंकड़ों किसान जिला अध्यक्ष सुभाष गुज्जर के नेतृत्व में शहर के महावीर चौक स्थित पंजाब नेशनल बैंक के समक्ष एकत्र हो गए और टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने बैंक अधिकारियों और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मौके पर यूनियन के जिला अध्यक्ष सुभाष गुज्जर ने कहा कि भगवान गढ़ निवासी किसान अजय कुमार का महावीर चौक के पास स्थित पंजाब नेशलन बैंक में सेविंग का खाता है। किसान अजय कुमार ने अपने खाते में कुछ गन्ने की पेमेंट और कुछ किसी से उधार लेकर आठ लाख रुपये जमा करवाए थे। कुछ दिन से अजय कुमार की माता मैक्स अस्पताल में दाखिल है। जिसके उपचार के लिए वह खाते से आठ लाख रुपये निकालने गया, तो बैंक अधिकारियों ने बताया कि वह पैसे दूसरे बैंक के खाते में भेज दिए गए हैं। जिसमें से उसने ऋण लिया हुआ है। उन्होंने बताया कि जिस बैंक से किसान अजय कुमार ने ऋण लिया हुआ है वहां पर उसकी आठ एकड़ भूमि बैंक के पास गिरवी रखी है। सुभाष गुज्जर ने कहा कि एक बैंक दूसरे बैंक में इस प्रकार किसी के पैसे नहीं भेज सकता है। यह किसानों के लिए अन्याय है।
उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है तब से आए दिन कोई ना कोई किसानों के शोषण करने का षडयंत्र रचा जा रहा है। उन्होंने बैंक अधिकारियों को चेताया कि जब तक किसान अजय कुमार के खाते में वह पैसे नहीं लौटाए जाते हैं तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाया। मौके पर बैंक अधिकारियों ने भी किसान के पैसे वापस लौटाने का आश्वासन दिया।