Ellenabad से सबसे अधिक बार विधायक बने ये नेता, सबसे ज्यादा वोट लेने का रिकॉर्ड भी इनके नाम
2019 के चुनावों को छोड़कर ऐलनाबाद में अब तक 15 चुनावों में दो दलों में ही मुकाबला रहा है जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो, भाजपा और कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबला रहा है।;
ऐलनाबाद ( Ellenabad ) में 1967 से लेकर अब तक हुए तमाम चुनावों में चौधरी भागीराम ( Chaudhary Bhagiram ) सबसे अधिक वोट लेते हुए विधायक बने जबकि साल 2019 के विधानसभा चुनावों में अभय सिंह चौटाला सबसे कम मत 36.76 प्रतिशत ( 57055 ) वोट लेकर ऐलनाबाद से विधायक चुने गए। साल 1987 के विधानसभा चुनावों में भागीराम ने कुल वोटों का 58.74 प्रतिशत वोट हासिल किए और वे ऐलनाबाद से विधायक चुने गए थे। 2019 के चुनावों को छोड़कर ऐलनाबाद में अब तक 15 चुनावों में दो दलों में ही मुकाबला रहा है जबकि 2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो, भाजपा और कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबला रहा। ऐलनाबाद के चुनावी सफर पर नजर डालें तो ऐलनाबाद में 1967 में हुए पहले चुनाव में प्रताप सिंह चौटाला 51.18 प्रतिशत ( 20208 ) वोट लेते हुए जीत दर्ज की थी।
इसी प्रकार 1968 में विजेता रहे लालचंद खोड को 49.53 प्रतिशत मत मिले। 1972 में कांग्रेस के बृजलाल गोदारा 55.76 प्रतिशत (27286) वोट लेकर विधायक चुने गए। 1977 के चुनाव में जनता पार्टी से भागीराम 51.38 प्रतिशत ( 21709 ) वोट लेकर पहली बार ऐलनाबाद से विधायक चुने गए। इसी प्रकार 1982 के चुनाव में भागीराम को 52.27 प्रतिशत ( 32341 ) वोट मिले। 1987 में चौधरी देवीलाल की लहर थी। इस लहर के बीच ऐलनाबाद से लोकदल से चुनाव लड़ते हुए भागीराम को ( 43912 ) 58.74 प्रतिशत वोट मिले। सर्वाधिक वोट प्रतिशत का यह रिकॉर्ड आज भी बरकरार है। 1991 के चुनाव में कांग्रेस के मनीराम केहरवाला ( 39595 ) 50.61 प्रतिशत मत लेते हुए पहली बार विधायक चुने गए। इसी तरह 1996 के चुनाव में भागीराम समता पार्टी से विधायक चुने गए। भागीराम को उस चुनाव में 40.86 प्रतिशत वोट मिले।
साल 2000 के विधानसभा चुनाव में भागीराम को 50235 ( 54.41 प्रतिशत ) वोट मिले और वे रिकॉर्ड पांचवीं बार विधायक चुने गए। 2005 के विधानसभा चुनावों में डा. सुशील इंदौरा 41 प्रतिशत (49,803) वोटों के साथ पहली बार विधायक बने। 2009 के विधानसभा चुनाव में ( 64,567 ) 51.94 प्रतिशत वोट मिले और वे दूसरी बार ऐलनाबाद से विधायक निर्वाचित हुए। 2014 के चुनावों में अभय सिंह चौटाला 46.70 प्रतिशत वोट लेकर ऐलनाबाद से विधायक चुने गए। 2019 में अभय चौटाला ( Abhay Chautala ) को 57,055 ( 36.78 प्रतिशत ) मिले और वे तीसरी बार ऐलनाबाद से विधायक चुने गए। जीत के लिहाज से सबसे कम मत प्रतिशत का यह रिकॉर्ड अभय चौटाला के नाम है।
भागीराम रिकॉर्ड पांच बार ऐलनाबाद से जीते
विशेष पहलू यह है कि अब तक ऐलनाबाद में हुए 13 सामान्य और दो उपचुनावों सहित पंद्रह चुनाव हुए हैं। इन चुनावों में सबसे अधिक पांच बार भागीराम विधायक बनने में सफल रहे। 1977 से लेकर 2005 तक ऐलनाबाद हलका सामान्य हलका रहा। इस अवधि के दौरान कुल 7 चुनाव हुए। 2005 के चुनाव को छोड़कर अन्य सभी 6 चुनावों में भागीराम ने चुनाव लड़े और पांच बार जीत दर्ज की। भागीराम 1977, 1982, 1987, 1996, और साल 2000 में ऐलनाबाद सीट से विधायक चुने गए, जबकि 2005 में भागीराम की बजाय इनेलो ने डा. सुशील इंदौरा को टिकट दिया और वे यहां से विधायक चुने गए।